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भवानीसिंह राठौड़@बाड़मेर
डीजल के बढ़ते दाम ने कथित अवैध डीजल की तस्करी बढ़ गई है। इससे पंप संचालक परेशान नजर आ रहे है। साथ ही राज्य सरकार को लाखों-करोड़ों के राजस्व का चूना लग रहा है। इसके बावजूद पुलिस, प्रशासन और रसद विभाग की कथित बायो डीजल बता कर अवैध मिलावटी डीजल बेचने पर नकेल कसने में फैल नजर आ रहे है। अवैध डीजल का यह काला कारोबार लंबे समय से चलाया जा रहा है।

गुजरात में डीजल पर लगने वाली ड्यूटी यहां से कम है। इस कारण गुजरात में डीजल सस्ता मिलता है। तस्करों ने इसी का फायदा उठाकर तस्करी शुरू कर दी है। अब गुजरात के डीजल की सप्लाई पूरे प्रदेश में हो रही है। बाड़मेर जिले में लगातार कथित बायो डीजल पकडऩे की कार्रवाई हो रही है। जबकि आठ माह पहले पहले पकड़ा गए डीजल की जांच रिपोर्ट रसद विभाग को मिली है। जिसमें यह अवैध मिलावटी डीजल पाया गया है। जिसमें अधिक मात्रा डीजल की सामने आई है। ऐसे में अंदेशा है कि बाड़मेर में लगातार मिलावटी डीजल बेचा जा रहा है।

जांच रिपोर्ट तक रहता है इंतजार
रसद विभाग डीजल पकडऩे के बाद बेफिक्र हो जाता है। साथ ही जांच रिपोर्ट आने में करीब डेढ से दो माह लग जाते है। ऐसी स्थिति में डीजल माफिया पर सख्त कार्यवाही नहीं हो पाती है। जबकि ऐसे मामलों में तत्काल एफआइआर दर्ज करवानी चाहिए, ताकि अवैध कारोबार पर लगाम लग सके।

एक टैंकर पर डेढ़-दो लाख का मुनाफा
डीजल की तस्करी में भारी मुनाफा हो रहा है। गुजरात में यह तेल करीब 50 से 55 रुपए लीटर में मिल जाता है। यहां 65 से 70 रुपए में बेचते हैं। इससे एक टैंकर पर करीब ढेड़ से दो लाख रुपए का मुनाफा होता है। साथ ही तस्कर खुलेआम सड़क किनारे टेंकर लगाकर इसे बेचते हैं। सुरक्षा मापदडों की भी खुलकर अवहेलना की जा रही है। बाजार में डीजल की किमत 90 रुपए से अधिक है।

केस.1
जिला रसद विभाग ने करीब आठ माह पहले गुड़ामालानी क्षेत्र में एक अवैध पंप जब्त किया था। जहां करीब 15 हजार लीटर बायो डीजल बरामद हुआ था। जिसकी जांच रिपोर्ट में सामने आया कि यह मिलावटी डीजल है।
केस.2
जिला रसद विभाग ने 23 दिसम्बर को महादेव ट्रेडिंग कम्पनी के देराजराम के कब्जे से 2 हजार कथित बायो डीजल बरामद किया। विभाग ने डीजल का टेंकर बरामद कर गुड़ामालानी थाने को सुपुर्द कर आगे की कार्यवाही शुरू की गई। विभाग ने उसके कब्जे से 21 हजार बायो डीजल खरीदने के बिल बरामद किए है।
केस.3
24 दिसम्बर को बाड़मेर से लगती सीमा में गांधव-बाकासर सड़क मार्ग पर वीरावा सरहद में बाड़मेर जिला रसद विभाग ने टेंकर का पीछा करते हुए उसे दबोच लिया। उस दौरान करीब 2 हजार लीटर बायो डीजल बरामद हुआ।
केस.4
े04 जनवरी को सदर थाना पुलिस की मदद से रसद विभाग ने बिशाला की तरह जा रही पिकअप पकड़ी। जिसमें रखे 11 ड्रम में 2400 लीटर कथित डीजल बरामद हुआ।

– डेढ माह तक रहता है इंतजार
कार्रवाई के बाद कथित डीजल जब्त होता है। नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेज देते है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही एफआइआर व अन्य कार्यवाही होती है। रिपेार्ट के लिए डेढ माह तक इंतजार करना पड़ता है। इसके बावजूद मैंने लगातार सामने आ रहे है मामलों को ध्यान में रखते हुए कानूनी राय मांगी है। – अश्विनी गुर्जर, जिला रसद अधिकारी, बाड़मेर

Source: Barmer News

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