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गजेन्द्र सिंह दहिया/जोधपुर. अक्सर लैपटॉप और कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने के दौरान माउस के बार-बार प्रयोग से कमर व हाथ में दर्द होने लगता है। कई बार दर्द इतना बढ़ जाता है कि डॉक्टरी परामर्श की जरुरत पड़ती है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) जोधपुर ने इस समस्या के समाधन के लिए एक फ्लाइंग माउस विकसित किया है जो हाथ की अंगुली में अंगूठी की तरह पहना जा सकेगा। इसके बाद यूजर्स कुर्सी पर आराम से बैठा जैसे-जैसे अपने हाथ घुमाएगा, वैसे वैसे स्क्रीन पर माउस का कर्सर मूवमेंट करता रहेगा।

‘मेग्नासेंस: द फ्लाइंग माउस’ नामक डिवाइस आइआइटी जोधपुर के कंप्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग के यंग फैकल्टी एसोसिएट डॉ रवि भंडारी और बीटेक तृतीय वर्ष में अध्ययनरत उनके छात्र रुशील कौशल सांघवी ने विकसित की है। यह एक वायरलेस कंप्यूटर माउस है जो चुंबकत्व और विद्युत चुंबकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। इसके अंतर्गत यूजर्स को अपने हाथ में सिर्फ एक चुंबक रखना होता है जिससे वह किसी भी दिशा में हवा में घुमा सकता है। डिवाइस में दो मैग्नोमीटर सेंसर लगे हैं जो चुंबकीय तरंगों में हुए बदलाव के आधार पर कंप्यूटर स्क्रीन पर कर्सर को स्थापित करते हैं।

लंबे समय तक काम करने वाले के लिए लाभदायक
यह डिवाइस उन यूजर्स के लिए अत्यधिक लाभदायक होगा तो लंबे समय तक कंप्यूटर/लैपटॉप का उपयोग करते हैं, जिसके कारण उन्हें अक्सर कमर व हाथ का दर्द रहता है। मेग्नासेंस के इस्तेमाल से वे समय-समय पर अपने हाथों को हवा में घुमाकर राहत देख सकते हैं।

1700 रुपए कीमत
प्राथमिक तौर पर मेग्नासेंस की कीमत 1700 रुपए आई है। वाणिज्यक उपयोग के लिए देने पर यह दो से ढाई हजार के मध्य बाजार में उपलब्ध होगा।
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‘ हमने कप्यूटर यूजर्स के हाथ व कमर दर्द की समस्या को ध्यान में रखते हुए वायरलेस माउस विकसित किया है। इसके पेटेंट फाइल करने पर भी विचार कर रहे हैं।
– डॉ रवि भंडारी, यंग फैकल्टी एसोसिएट, कंप्यूटर साइंस विभाग, आइआइटी जोधपुर

Source: Jodhpur

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