बाड़मेर. बालिका शिक्षा में पहली से पांचवीं तक शिक्षा देने में बाड़मेर प्रदेश में सिरमौर है। जिले की सरकारी स्कूलों में सबसे ज्यादा बालिकाओं का पंजीयन बाड़मेर में है। लेकिन इसके बाद बाड़मेर प्रदेश में पिछड़ रहा है और अन्य जिले इस दौड़ में आगे चल रहे हैं। बाड़मेर में शिक्षा को लेकर शुरूआत में जो उत्साह नजर आता है वह आगे जाकर कम हो जाता है। इसके कारण यहां पर बालिका शिक्षा का आंकड़ा कम हो जाता है।
प्रदेश में पहली से पांचवीं कक्षा तक का पंजीयन देखा जाए तो बाड़मेर में यह आंकड़ा 1 लाख 37 हजार 652 है। बालिका शिक्षा का यह आंकड़ा काफी सुखद है। शिक्षा की शुरूआत काफी अच्छी है। लेकिन इसके आगे की कक्षाओं में बालिका शिक्षा का पंजीयन कम हो जाता है।
छठी कक्षा से हो रहा कम
केवल पहली से पांचवीं तक ही सरकारी स्कूलों में बालिकाओं के पंजीयन का आंकड़ा बेहतर है। इसके बाद छठी से इसमें गिरावट होनी शुरू हो जाती है। इसके बाद दसवी और बारहवीं तक आते-आते तो बाड़मेर काफी पीछे चला जा रहा है।
बालिका शिक्षा में आने वाली कमी के कारण
जागरूकता की कमी
बालिका शिक्षा को लेकर अभी भी जागरूकता की और अधिक जरूरत है। जो बात पांचवीं तक रहती है वह बाद में नजर नहीं आती है। जब शुरूआत अच्छी हो रही है तो बाद में भी जागरूकता के माध्यम से इसे बरकरार रखा जा सकता है।
घर से बढ़ती स्कूल की दूरी…
बालिका शिक्षा में आड़े आ रहा है एक बड़ा कारण घर से शिक्षण संस्थान की दूरी होना भी है। इसके कारण कई बालिकाओं की पढ़ाई छूट जाती है। प्राथमिक तक का स्कूल तो पास में होता है। लेकिन आगे के स्कूल के दूरी तय करनी पड़ती है।
परिवहन के साधनों की कमी…
ग्रामीण क्षेत्रों में साधनों की कमी है। इसके कारण बालिका शिक्षा प्रभावित हो रही है। घर से दूर स्कूल होने पर आने-जाने के साधन नहंी मिलते हैं। इसके चलते बालिकाएं स्कूल नहीं जा पाती है और बढ़ाई का सिलसिला यहीं टूट जाता है।
शिक्षाविद् की सलाह…
बालिका शिक्षा को बढ़ाने की जरूरत है। बाड़मेर में यह आंकड़ा पांचवीं तक पूरे प्रदेश में सबसे बेहतर है। इसके बाद की कक्षा में बालिकाओं का पंजीयन कम होता है तो इसे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसमें अभिभावक से लेकर शिक्षकों को भी मिलजुलकर प्रयास करने होंगे। तभी यह पांचवीं तक बनी सुखद स्थिति और आगे बढ़ पाएगी।
एमके शमाज़्, शिक्षाविद्
नामांकन बढ़ाने के प्रयास सतत् करते हैं
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास सतत् रूप से करते हैं। कहीं कमी है तो उसे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
-मूलाराम बैरड़, जिला शिक्षा अधिकारी बाड़मेर
प्रदेश में कक्षा 1-5 तक जिलों की सरकारी स्कूलों में पंजीकृत बालिकाएं
जिला पंजीयन
अजमेर 74634
अलवर 101935
बांसवाड़ा 90085
बारां 38889
बाड़मेर 137652
भरतपुर 75266
भीलवाड़ा 86556
बीकानेर 66435
बूंदी 38565
चितौडग़ढ 49468
चूरू 52195
दौसा 42246
धौलपुर 53017
डूंगरपुर 64714
गंगानगर 44273
हनुमानगढ़ 37700
जयपुर 97273
जैसलमेर 33136
जालोर 72186
झालावाड़ 49774
झुंझुनू 31916
जोधपुर 102737
करौली 47565
कोटा 34432
नागौर 87836
पाली 59983
प्रतापगढ़ 39853
राजसमंद 44992
स.माधोपुर 38695
सीकर 51450
सिरोही 42280
टोंक 37043
उदयपुर 123096
Source: Barmer News