बाड़मेर. अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति का अवैध रूप से फायदा उठाने के लिए बाड़मेर जिले के निजी एवं सरकारी स्कूल में अल्पसंख्यक छात्रों के फर्जी आवेदन करने का मामला प्रकाश में आने के बाद अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि बाड़मेर जिले के राउमावि धनवा सिणधरी के छह सौ आवेदन पॉर्टल पर हैं, जबकि यहां अल्पसंख्यक वर्ग का एक भी विद्यार्थी नहीं है। इसी तरह गायत्री उमावि भीमड़ा में 165 आवेदन हुए हैं, जबकि यहां केवल 4 छात्र ही अल्पसंख्यक वर्ग के हैं। बाड़मेर के माध्यमिक शिक्षा पोर्टल पर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही अन्य प्रदेशों की 28 संस्थाएं जुड़ी हुई है जो गंभीर मामला है। उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद सम्बंधित अधिकारियों को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने इस मामले को उजागर करते हुए ३० जनवरी के अंक में ‘स्कू ल में नहीं अल्पसंख्यक विद्यार्थी और छात्रवृत्ति के छह सौ आवेदन’ तथा २ फरवरी के अंक में ‘बाड़मेर की स्कॉलरशिप में यूपी के विद्यार्थियों का दावा ?’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस घपले को उजागर किया था। इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया तो अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने प्रसंग ज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए।
बाहर की 28 संस्थाएं फर्जी तरीके से जुड़ी- अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के फर्जी तरीके से आवेदन होने के मामले में 28 संस्थाएं ऐसी पाई गई हैं, जो बाड़मेर जिले के बाहर की है। इनमें कुछ अन्य प्रदेशों की भी है। बाहरी प्रदेशो में तमिलनाडु, महाराष्ट्र,आंध्रप्रदेश,जम्मू कश्मीर, मिजोरम, आसाम, उड़ीसा के छात्रों का भी फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन किया गया है। अब मामले की जांच कराई जा रही है, जांच के बाद ही पूरा खुलासा हो पाएगा कि अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के आवेदन फर्जी तरीके से किसने और क्यों किए। इससे जुड़े और मामले कहां से हैं।
दो मामले दर्ज-मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि उनके ध्यान में मामला आने पर उन्होंने उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर बाड़मेर के बायतु एवं सिणधरी थाने में फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कराया गया है। मंत्री शाले मोहम्मद ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करें, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करें। जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके। मंत्री ने बताया कि जांच के आदेश के बाद बाड़मेर की साइबर सेल टीम पूरे प्रकरण का पता लगाने में जुटी हुई है।
Source: Barmer News