बाड़मेर. शहर के निकटवर्ती ग्राम पंचायत मारुड़ी से नवसृजित ग्राम पंचायत दरुड़ा में मोतीसरा वास से कुम्हारों की बस्ती तक आने जाने के लिए पिछले 72 साल से बंद कटान मार्ग खुलने से जैसे हर कोई खुश नजर आया। पिछले कई सालों से रास्ता बंद होने से मोतीसरा वासियों को जिंदगी एक तरह से कैद जैसी हो गई थी। यहां की ढाणियों तक चौपहिया वाहनों का आवागमन बंद था।
तीन साल पहले हुआ था सीमाज्ञान
दरूडा के ग्रामीणों ने यह रास्ता खुलवाने के लिए विगत पांच वर्षों में जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों तक गुहार लगाई। जिसके चलते पटवारी द्वारा 23 जून 2018 को सीमा ज्ञान कर कटान मार्ग पर सीमा चिन्हित की गई। इसके बाद पूर्व सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी मारुड़ी ने कटान मार्ग पर कार्य शुरू कर पूरा कर दिया। पुराने इस तरह के मार्ग पर ग्रेवल डालकर सड़क बनाने से ग्रामीणों को नाड़ी, ओरण, गोचर भूमि, श्मशान घाट, स्कूल, पंचायत भवन दरुड़ा आदि तक आने-जाने के लिए बहुत बड़ी सुविधा मिल गई है।
Source: Barmer News