बाड़मेर. राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेश व्यापी आह्वान के तहत जिला मुख्यालय पर शिक्षक समस्याओं के निराकरण को लेकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा गया।
संघ के जिला प्रवक्ता मोहन सिंह माचरा ने बताया कि जिला मुख्यालय पर जिला मंत्री गोरधनराम प्रजापत, ब्लॉक अध्यक्ष खेताराम माचरा व रुखमणराम सियाग के नेतृत्व में जिला प्रमुख महेंद्र कुमार चौधरी, नगर परिषद सभापति दिलीप कुमार माली, शिव प्रधान महेंद्र जाणी, बाड़मेर ग्रामीण प्रधान जेठी देवी को शिक्षकों की लंबित समस्याओं का निराकरण के लिए उक्त ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि शिक्षा शिक्षार्थी एवं शिक्षकों से संबंधित समस्याएं लंबित है,जिनका द्विपक्षीय वार्ता कर समाधान किया जाए।
कांग्रेस जन घोषणा पत्र 2018 में शिक्षकों से संबंधित किए गए वादों को पूर्ण किया जाए। शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी। इस अवसर पर ब्लॉक मंत्री मनोज कुमार जाखड़, दिलीप चौधरी, ओम प्रकाश मिर्धा, शेरा राम हुडा, गोसाई राम जाखड़ आदि शिक्षक नेता मौजूद थे।
शिक्षकों ने जयपुर में दिया धरना, सरकार को चेतावनी
तृतीय श्रेणी और द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की तबादले की मांग
बाड़मेर. तृतीय श्रेणी और द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की तबादले की मांग को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ युवा के आह्वान पर सोमवार को शिक्षकों ने जयपुर में विधानसभा के आगे धरना दिया। प्रदेशाध्यक्ष आर सी जाखड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों की लंबे अरसे से स्थानांतरण की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। यदि समय रहते शिक्षकों की मांग को सरकार ने नहीं माना तो आने वाले दिनों में शिक्षक सडक़ों पर उतरने को मजबूर होंगे। बाड़मेर जिलाध्यक्ष वीरमाराम गोदारा ने कहा कि बाड़मेर से सबसे अधिक युवा संघ के शिक्षक धरना स्थल पर पहुंचे हैं और युवाओं का जोश और जज्बा काबिले तारीफ रहा है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों की वाजिब मांग को सरकार समय रहते मान ले अन्यथा आंदोलन की राह पर शिक्षक चलने को मजबूर होंगे। जिला महामंत्री चन्द्रसिंह पोटलिया, बाड़मेर ग्रामीण जिलाध्यक्ष मेहाराम गोदारा, प्रवक्ता पूनमचंद सेंवर, मीडिया प्रभारी इन्द्राराम भादू ,मघाराम मूढऩ, चंद्रवीर डूडी, चम्पालाल सऊ ने भी विचार व्यक्त किए। गोदारा ने बताया कि शिक्षकों ने विधानसभा की ओर कूच किया तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए विभिन्न पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया जिससेे शिक्षकों में रोष फैल गया और सडक़ पर ही धरना शुरू किया।
सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नारे लगाने लगे। सरकार से पदाधिकारियों को छोडऩे और तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादले की मांग करने लगे।
Source: Barmer News