जोधपुर. भारत के पूर्व वायसराय गर्वनर जनरल ऑफ इण्डिया लॉर्ड विलिंगडन जब 17 मार्च 1936 को जोधपुर सपत्नीक आए तो उनके सम्मान में उम्मेद उद्यान के अंदर फ्लावर शो का आयोजन किया गया। तत्कालीन गर्वनर जनरल ऑफ इण्डिया ने जोधपुर महाराजा उम्मेदसिंह के साथ मेहरानगढ़ दुर्ग देखा और स्थापत्य कला से अभीभूत हुए थे। मेहरानगढ़ देखने के बाद गर्वनर जनरल ऑफ इण्डिया सपत्नीक मंडोर उद्यान के जनाना महल का भी अवलोकन किया था। उसी दिन उनके सम्मान में आयोजित फ्लावर शो में भाग लिया था। उस समय वर्तमान उम्मेद उद्यान (पब्लिक पार्क) का नाम विलिंगडन गार्डन रखा गया था जो कालान्तर में उम्मेद उद्यान के नाम से जाना गया । उम्मेद उद्यान का विधिवत् उद्घाटन भी उसी दिन जोधपुर के महाराजा उम्मेदसिंह और भारत के पूर्व वायसराय गर्वनर जनरल ऑफ इण्डिया लॉर्ड विलिंगडन ने किया था।
निर्माण 1935 में हुआ था
उम्मेद उद्यान का निर्माण जोधपुर महाराजा उम्मेदसिंह ने करवाया था । उम्मेद उद्यान के भवनों के अलावा पार्क में सुमेर पुस्तकालय और सरदार संग्रहालय की इमारतों का निर्माण 1935 में हुआ था। उद्यान के सभी भवनों, गार्डन आदि का कुल खर्च उस समय 6 लाख 9 हजार 870 रुपए हुआ । उम्मेद उद्यान में बने सरदार संग्रहालय व सुमेर लाईब्रेरी के भवनों के निर्माण के लिए मारवाड़ के सेठ मगनीराम बांगड़ के वंशज सेठ रामनारायण प्रसाद ने आर्थिक सहयोग दिया था ।
Source: Jodhpur