जोधपुर.
डाली बाई मंदिर चौराहे के पास हिस्ट्रीशीटर पर अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद मांजू गैंग के बदमाश कार से देचू थाना क्षेत्र में लोड़ता के कालाणी नगर पहुंचे थे, जहां एक युवक ने उन्हें शरण दी थी। वहीं पर उन्हें पता लगा कि हिस्ट्रीशीटर की जान नहीं गई है और वह बच गया है। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने शरण देने वाले युवक को बुधवार को गिरफ्तार किया तो पूछताछ में यह सामने आया।
सहायक पुलिस आयुक्त (प्रतापनगर) नीरज शर्मा के अनुसार प्रकरण में ओमप्रकाश खिलेरी, आदिल, घनश्याम मेघवाल, पंकज व मुकेश गुर्जर के साथ ही हार्डकोर कैलाश मांजू को गिरफ्तार किया जा चुका है। फायरिंग में शामिल राकेश मांजू व साथियों को शरण देने के आरोप में थानाधिकारी लिखमाराम बटेसर के नेतृत्व में पुलिस ने लोड़ता में कालाणी नगर निवासी शैतानसिंह उर्फ शैतानराम (30) पुत्र बनवारीलाल बिश्नोई को गिरफ्तार किया। रातभर ठहरे, खाना खिलाया, फिर भागेगत 11 मार्च की दोपहर विक्रमसिंह नांदिया पर फायरिंग के बाद राकेश मांजू व गैंग अंधेरा होते-होते कालानी नगर पहुंचे थे, जहां शैतानराम और कुछ युवक वॉलीबॉल खेल रहे थे। शैतानराम ने सभी को अपने घर ठहराया और खाना खिलाया था। इस दौरान ही राकेश मांजू व अन्य को विक्रमसिंह के जीवित बचने का पता लगा था। इससे पहले तक सभी यही मान रहे थे कि फायरिंग में विक्रम की जान चली गई है।
जमीन विवाद में धमकाने के आरोप में फिर गिरफ्तार
उधर, सरदारपुरा थाना पुलिस ने जमीन विवाद में एक व्यवसायी को धमकाने के मामले में सूरसागर में व्यापारियों का मोहल्ला निवासी आदिल को गिरफ्तार किया। उप निरीक्षक प्रवीण जुगतावत ने बताया कि कब्जे को लेकर चल रहे विवाद में फायरिंग से दो दिन पहले राकेश मांजू व आदिल ने सरदारपुरा में राजकुमार व्यास को धमकियां दी थी। इस संबंध में 12 मार्च को सरदारपुरा थाने में राकेश व आदिल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। फायरिंग मामले में न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने के बाद प्रोडक्शन वारंट पर आदिल को गिरफ्तार किया गया।
Source: Jodhpur