बाड़मेर.
शहर के कृषि मण्डी परिसर में जीरा मण्डी स्थापित करने के लिए की गई भूखण्ड आवंटन प्रक्रिया चार सालों से कागजों में उलझ कर रह गई है। ऐसी स्थिति मेंं बाड़मेर जीरा मण्डी शुरू होने की प्रक्रिया चार सालों से जीरो पर है। बाड़मेर जिले में जीरे की पैदावर को देखते हुए वर्ष-2016 में कृषि मण्डी समिति ने जीरा मण्डी स्थापित करने के लिए करोड़ों रुपए का बजट जारी किया, लेकिन आवंटन प्रक्रिया में धांधली बरतने पर वर्ष-2018 में व्यापारियों को आवंटित भूखण्ड निरस्त कर दिए, ऐसी स्थिति मण्डी निर्माण का कार्य अटका हुआ है।
बाड़मेर जिले में जीरे की पैदावर पिछले सालों से लगातार बढ़ रही है। यहां अब करीब 16 अरब के जीरे की पैदावर हो रही है। यहां करीब हर साल डेढ लाख हैक्टेयर में जीरे की बुवाई हो रही है। बाड़मेर में जीरा मण्डी नहीं होने से किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जीरा मण्डी स्थापित करने के लिए
कृषि उपज मण्डी समिति की ओर से जीरा व्यापारियों के लिए लीज पर भूखण्ड आवंटन के लिए फरवरी-2017 में आवेदन प्रस्तुत किए। उसके बाद जुलाई 2017 में करीब 77 भूखण्डों को आवंटन किया गया था। जिसमें 19 दुकानों को आवंटन नीलामी से किया गया था। जिसमें कृषि उपज मण्डी को करीब सवा पांच करोड़ रुपए की आय हुई। जिसमें 25 प्रतिशत राशि जमा हो चुकी है। इसके अलावा 43 भूखण्ड व्यापारियों को आवंटित किए गए थे, लेकिन शिकायत के बाद यह भूखण्ड निरस्त कर दिए। अब उसके बाद मामला कागजों में उलझा है।
वर्ष-2016 में पारित हुआ था प्रस्ताव
मण्डी प्रांगण में जीरा मण्डी निर्माण के लिए वर्ष-2016 में कृषि मंडी समिति ने प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव के तहत 14 बीघा भूमि पर जीरा मण्डी में विभिन्न निर्माण कार्य करवा कर करीब 12 करोड़ रुपए खर्च करने थे।
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जीरा मण्डी प्रोजेक्ट एक नजर
– 77 भूखंड जीरा मंडी में हुए थे आवंटित
– जिले में प्रतिवर्ष 16 अरब के जीरे की पैदावार
– आवंटन प्रक्रिया में धांधली के बाद 43 भूखण्ड हुए थे निरस्त
– कृषि मंडी परिसर में बननी है जीरा मंडी
– वर्ष 2018 के बाद मामला कागजों में उलझा
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– एक साल लगेगा
व्यापारियों को आवंटित भूखण्ड निरस्त करने के बाद यह मामला अटका हुआ है। किसानों को आवंटित भूखण्ड पर दुकानों का निर्माण हो रहा है। प्रयास रहेगा की जल्द से जल्द बाड़मेर जीरा मण्डी का संचालन शुरू हो, फिर भी एक साल का समय लग जाएगा। – सुरेश मंगल, सचिव, कृषि उपज मण्डी, बाड़मेर
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Source: Barmer News