बाड़मेर. बढ़ते कोरोना के बीच अब लोगों को हल्की खांसी और बुखार भी डरा रहा है। छीकनें, जुकाम होने पर परिजन भी चिंतित हो रहे हैं और जल्द से जल्द चिकित्सकों को बताने की सलाह दे रहे हैं। वहीं, अब लोग ठंडा पानी विशेषकर फ्रिज का पानी पीने से तो परहेज ही रख रहे हैं। गर्म पानी के साथ काढ़ा और देसी नुस्खे भी लोग अपना रहे हैं जिसके की बीमारी से बचा जा सके। सीमावर्ती जिले बाड़मेर में पिछले आठ दिन से कोरोना पॉजिटिव मामलों की तादाद काफी बढ़ गई है।
अधिकतम एक दिन में ४०९ कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद तो पूरे थार में चिंता बढ़ गई है। इस चिंता का असर है कि अब छोटी-मोटी बीमारी होने पर भी कोरोना का डर सताने लगा है। विशेषकर बुखार आते ही लोगों को बस एक की चिंता रहती है कि कहीं कोरोना ने तो चपेट में नहीं ले लिया।
खांसने पर तो लोग दूरी बना देते हैं। गले में खरास होते ही पहल सवाल यही होता है कि क्या खाने-पीने की चीजों का स्वाद महसूस हो रहा है या नहीं। खांसी व खरास कितने दिन से है? डॉक्टर को बताया, क्या कहा, भाई थोड़ी सावधानी रखना, यह सलाह हर कोई दे रहा है।
फ्रिज का पानी छूटा, गर्म पानी की सलाह- गर्मी बढ़ते ही हर घर में गर्म पानी व बर्फ जमा कर रखा जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते यह सब छूट गया है। फ्रिज का पानी का अब कोई नहीं पी रहा। बर्फ तो मांगने पर भी नहीं मिल रही। वहीं, सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी व नीम्बू पीने की सलाह दी जा रही है।
बाजार बंद होने से चिंता कम- जिन घरों में किसी परिजन को खांसी, बुखार है, उनके परिवार वाले अब एक बात से खुश है कि बाजार बंद है इसलिए बाहर का खाना कम हो गया है। एेसे में कम से कम बाहर का खाना, कुल्फी, झमक जैसे ठण्डे पदार्थ तो खाने की चिंता नहीं रही है।
बरतें सावधानी- कोरोना के बढ़ते प्रभाव में खांसी, बुखार और अन्य मौसमी बीमारियां होने पर तुरंत अस्पताल में बताएं। कोरोना गाइड लाइन की पालना आवश्यक रूप से करें। आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें।- डॉ. बी एल मंसुरिया, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर
Source: Barmer News