बाड़मेर. थार की धरा में इस बार बीस लाख पौधों की चुनरी सजेगी। मानसून की दस्तक से पहले वन विभाग मरुधरा को हरा-भरा करने की कवायद में जुट गया है। जिले में वन विभाग की १३ नर्सरी में १९ लाख ८२ हजार से अधिक पौधे तैयार है जिनको आगामी मानसून में लगाया जाएगा। सबसे अधिक तीन लाख पौधे चौहटन नर्सरी में है तो हरके नर्सरी में पचास हजार से अधिक पौधे तैयार है।
इन पौधों को वन विभाग की जमीन पर रोपा जाएगा तो प्रशासन, आमजन, शिक्षा विभाग को भी पौधे दिए जाएंगे। बढ़ते प्रदूषण और पर्यावरण असंतुलन के बीच अब पौधरोपण व संरक्षण ही एक मात्र विकल्प है। हाल ही कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के दौरान भी पौधों के संरक्षण की बात उठी। वहीं, बाड़मेर की धरा जहां रेतीले धोरे अधिक होने से बढ़ती गर्मी के बीच पेड़-पौधों की जरूरत बताई जा रही है।
एेसे में वन विभाग हर साल पौधरोपण व संरक्षण कर थार का हरा-भरा करने में जुटा हुआ है। इस बार भी मानसून से पहले वन विभाग ने पौधरोपण की तैयारी कर दी है। जिले में करीब बीस लाख पौधे इस बार लगाए जाएंगे। विभाग की ८ रेंज में १३ नर्सरी में ये पौधे तैयार हो चुके हैं जिनको आगामी मानसून सत्र में लगाया जाएगा।
औषधीय पौधे भी होंगे वितरित- इन पौधों के अतिरिक्त वन विभाग इस बार कोरोनाकाल को देखते हुए तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय, कालमेघ के औषधीय पौधे भी बांटेगा। करीब २८ लाख पौधों का वितरण किया जाएगा।
बढ़ रही हरियाली- पिछले कुछ सालों से लोगों में जागरूकता आई है जिसके चलते गांवों से लेकर शहर, गलियों से चौहारों पर पौधरोपण हो रहा है। कई विद्यालयों में हरियाली नजर आने लगी है तो वन विभाग की जमीन पर भी पौधों की कतारें लग रही है। घरों के बाहर भी अब पेड़ नजर आते हैं।
मानसून के दौरान सघन पौधरोपण- वन विभाग की नर्सरीज में १९ लाख ८२ हजार से अधिक पौधे तैयार हो रहे हैं। इनको आगामी मानसून सत्र में लगाया जाएगा। वन विभाग की जमीन के अलावा विभिन्न सरकारी कार्यालयों व आमजन को भी पौधे वितरित करेंगे। लोगों से अपील है कि वे पौधे लगा कर इतिश्री न करें इनके पेड़ बनने तक देखभाल भी करें जिससे की हमारी धरा को सुंदर बनाया जा सके।- दीपककुमार, एसीएफ, उप वन संरक्षक कार्यालय बाड़मेर
Source: Barmer News