जोधपुर /खारिया मीठापुर. जिले के खेजड़ला गांव में बुधवार को नागौर जिले के कुचेरा कस्बे की मुमुक्ष संगीता सिंघवी सांसारिक मोह माया छोड़ कर जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करने के बाद साध्वी दयाश्री बन गई। दीक्षा कार्यक्रम में कुचेरा, जोधपुर, बिलाड़ा, पीपाड़, खारिया मीठापुर, जैतारण, मेड़ता, नागौर, पाली, अहमदाबाद, जयपुर, चेन्नई व बेंगलुरु सहित देश-प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में आयोजित दीक्षा समारोह में मुमुक्षु संगीता के केशलोचन के बाद जयगच्छीय उपाध्याय प्रवर गुणवंत चंद्र महाराज ने विधिवत दीक्षा ग्रहण कराई। उपाध्याय प्रवर ने मुमुक्षु संगीता का नामकरण साध्वी दयाश्री किया है।
भौतिक संसार में नहीं मन की शांति
साध्वी बनने के बाद दयाश्री ने कहा कि जीवन में हर व्यक्ति धन व वैभव कमाना चाहता है, मगर एक समय आता है जब जीवन में सब कुछ पा लेने के बाद भी एक खालीपन सा रहता है। तब वह मन शांति ढूंढता है। मन की शांति भौतिक संसार में उपलब्ध नहीं हो सकती। संत गुणवंत चंद्र मसा ने कहा कि जैन धर्म में दीक्षा लेना भौतिक सुख-सुविधा त्याग कर एक सन्यासी का जीवन बिताने के लिए खुद को समर्पित कर देना है। दीक्षा कार्यक्रम में पुखराज भंडारी, प्रियंका भंडारी, ज्ञानचंद मुणौत रणसीगांव, मीठालाल ललवानी, नवरत्न लोढा, अशोक कुमार, मंगल चंद्र, संत नेकचंद महाराज, साध्वी पूरिमा, निर्मल धोका, ललित कोठारी ,घीसुलाल सहित बड़ी संख्या में गुरुभक्त मौजूद रहे।
Source: Jodhpur