जोधपुर. हिंदू पंचांग के चौथे महीने आषाढ़ मास में कुल 17 दिन व्रत-त्योहार रहेंगे। प्रमुख ज्योतिषविदों के मुताबिक एक माह में 16 दिनों तक खरीददारी के योग सहित विशेष मुहूर्त है। गुप्त नवरात्र, भगवान जगन्नाथ रथयात्रा, देवशयनी एकादशी गुरु पूर्णिमा जैसे बड़े पर्व व व्रत होने से इसका महत्व और प्रभाव और भी बढ़ गया है। इसी माह 5 जुलाई को योगिनी एकादशी, 7 को प्रदोष व्रत, 8 को मासिक शिवरात्रि व्रत रहेगा। आषाढ़ अमावस्या के साथ 10 जुलाई को कृष्णपक्ष खत्म होकर 11 जुलाई को गुप्त नवरात्र शुरू होंगे। भगवान जगन्नाथ यात्रा 12 को, विनायकी चतुर्थी व्रत 13 जुलाई, 16 को कर्क संक्रांति व 18 को भड़ली नवमी का अबूझ मुहूर्त होने से सावों की धूम रहेगी। देवशयनी एकादशी 20 जुलाई से चातुर्मास शुरू होगा। प्रदोष व्रत 21 को तथा 23 को गुरु पूर्णिमा होगी। श्रावण का पहला सोमवार 26 को और 28 जुलाई को नागपंचमी रहेगी।
बरसेगा बाजार में धन
ज्योतिषियों के अनुसार आषाढ़ मास के 16 दिन खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए फलदायी रहेंगे। सात दिन सर्वार्थसिद्धि योग, छह दिन रवियोग, दो दिन अमृतसिद्धि, दो कुमार योग व एक द्विपुष्कर योग रहेगा। जुलाई 11 को रविपुष्य नक्षत्र रहेगा। इन योगों में स्वर्ण आभूषण, भूमि, भवन एवं वाहन की खरीदी स्थायी रहेगी। वहीं पुष्य नक्षत्र योग में सोना-चांदी आभूषण और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम खरीदने का विशेष महत्व रहेगा। जुलाई माह में 4, 6, 7, 11, 24, 29 को सर्वार्थसिद्धि, राजयोग 11, 23, 25 तारीख को रवियोग 13, 15, 19, 20, 23, 29 व 30 जुलाई को तथा कुमार योग 16 व 28 को रहेगा।
हलहारिणी अमावस्या 9 को
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि आषाढ़ महीने के अंतिम सप्ताह की शुरुआत सावन सोमवार से होगी। अगले दिन मंगला गौरी फिर मौना पंचमी और शीतला सप्तमी पर जुलाई का अंतिम व्रत होगा। आषाढ़ मास की हलहारिणी अमावस्या 9 जुलाई को स्नान-दान के साथ पितरों के श्राद्ध करने की परंपरा है ।
Source: Jodhpur