बाड़मेर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मनरेगा की मजदूरी में आधा हिस्सा मांग रहे सेड़वा क्षेत्र के सालारिया सरपंच पुत्र व उसके साथी दलाल को चार हजार रुपए की रिश्वत लेेते रविवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उल्लेखनीय है कि अब पंचायतों में मनरेगा में फर्जी मस्टररोल भरने व फर्जी मान चलाकर बंदर बांट करने के मामलों पर भी एसीबी की नजर पड़ी है। कार्रवाई के बाद ग्राम पंचायतों में हडक़ंप मच गया है।
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास सुण्डा ने बताया कि मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी में आधा हिस्सा लेने की शिकायत पर एसीबी की टीम ने सेड़वा क्ष्ेात्र के सालारिया ग्राम पंचायत के सरपंच पुत्र रमजान खान व एक अन्य सुमार खान को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी प्रकरण की जांच पड़ताल में जुटी है।
दरअसल, परिवादी मोहम्मद हनीफ पुत्र अलदाद खान निवासी सालारिया ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि मनरेगा में मस्टररोलों में चलाए गए उसके रिश्तेदारों के छह जनों की मजदूरी राशि में से सरपंच पुत्र रमजान खान पुत्र खबडख़ान आधी राशि की मांग कर रहा है। उसने शिकायत में बताया कि प्रत्येक को बीते सप्ताह की 26१6 रुपए की दर से भुगतान आया था, आरोपी उसमें से प्रति मजदूर 13०० रुपए के हिसाब से यह राशि उसके दलाल भुट्टा खान को देने की मांग रहा है। जिसमें उसके बहनोई लूणाखान व उनके भाई आचान ने १३००-१३०० रुपए उनको दे दिए थे। उसके बाद चार श्रमिकों के ५२०० रुपए मांग कर रहा था।
आइंदा नाम नहीं लिखने की दी धमकी : परिवादी ने यह राशि नहीं देने पर सरपंच पुत्र ने आइंदा नाम नहीं लिखने व मजदूरी राशि नहीं चढ़ाने की धमकी दी। परिवादी की शिकायत का शनिवार को गोपनीय सत्यापन करवाया। जिसमें सरपंच पुत्र रमजान खान चार नामों के बदले 52 सौ रुपए मांगे तथा बाद में 4 हजार रुपए पर सहमत होकर यह राशि दलाल भुट्टा खां के मार्फत देने को कहा। जिस पर रविवार को परिवादी के माध्यम से भुट्टा खान से संपर्क किया गया। लेकिन वह कहीं अन्यत्र होने के कारण सरपंच पुत्र के घर पहुंचकर उसे 4 हजार रुपए सुपुर्द कर दिए। सरपंच पुत्र रमजान ने यह राशि अपनी जेब में डाल दी तथा वहीं एक अन्य सहयोगी प्राइवेट व्यक्ति सुमार खान पुत्र शेर खान को सौंप दी। टीम ने तत्काल कार्यवाही करते हुए सुमार खान से रिश्वत की राशि के 4 हजार रुपए बरामद कर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक मुकनदान, कांस्टेबल पंकजसिंह, गणपतकुमार, मिश्रीमल, चम्पालाल, रघुवीरसिंह, सुराबखान, अनूपसिंह भाटी, बांकाराम व वाहन चालक महिपालसिंह शामिल रहे।
Source: Barmer News