बाड़मेर. कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर थोड़ा थमा तो शिक्षण को लेकर दौड़धूप हो रही है। सरकार ने कुछ विद्यालयों को क्रमोन्नत किया तो अब शिक्षक तबादलों का दौर शुरू होने वाला है। आगामी दिनों में नवीं से बारहवीं की कक्षाएं संचालित होने की उम्मीद है, लेकिन इस बीच जिले की करीब डेढ़ सौ स्कू लों के हजारों विद्यार्थी इस चिंता में है कि उन्हें पैदल स्कू ल जाना होगा। क्योंकि उनकी ग्राम पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय ही नहीं है। एेसे में वे पास की ग्राम पंचायत में पढऩे जाएंगे जहां वाहनों की कमी पर पैदल जाना होगा। आठवीं व दसवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी टीसी लेने के साथ यह भी पूछ रहे हैं कि अगली कक्षा में कहां प्रवेश लें जहां से घर की दूरी कम से कम हो।
राज्य सरकार ने हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक विद्यालय की घोषणा तो कर रखी है, लेकिन जिले में दो साल पहले नव क्रमोन्नत हुई ग्राम पंचायतों में से अधिकांश में अभी भी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कू ल ही है। इसके चलते इन विद्यालय में कक्षा आठवीं, दसवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को अब अगली कक्षा की पढ़ाई के लिए पैदल जाना होगा।
वहीं, वर्तमान में कई विद्यार्थी पैदल चल कर पास की ग्राम पंचायत की स्कू ल में पढ़ाई करने को मजबूर है।
विद्यार्थियों के अनुसार सरकार व जनप्रतिनिधि उनकी सुने और हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक विद्यालय शुरू हो वह भी इसी सत्र में जिससे कि उनको पढऩे के लिए पैदल नहीं जाना पड़े।
विद्यार्थियों की जुबानी पैदल चलने की पीड़ा
गत सत्र में 10वीं उतीर्ण कर ली है, लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए 7 किमी से नजदीक कोई उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं है।- दिलीप, रामावि रामदेव नगर
हमारी ग्राम पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं है। आगे की पढ़ाई के लिए सरकारविद्यालय को क्रमोन्नत करे जिससे कि आगे भी हमारी पढ़ाई जारी रहे।- हुकमाराम छात्र, रामावि बांकाणा तला, ग्राम पंचायत हुडों का तला
10वीं उतीर्ण करने बाद आगे की पढ़ाई के लिए दूसरी ग्राम पंचायत जाना पड़ता है, जिसकी दूरी 8 किमी है। हमारी ग्राम पंचायत में विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए।- सुनील कुमार, छात्र, रामावि बाधा
8वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए 9 किमी दूर जाना पड़ता है। हमारी ग्राम पंचायत में ही विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए। – भूपेन्द्र, छात्र, राउप्रावि धन्ने का तला
बस्ते का भारी बोझ और पैदल चलकर स्कू ल पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। सरकार जल्द ही उच्च माध्यमिक स्कू ल शुरू कर विद्यार्थियों के राहत दे।- महबूबखां,
राउप्रावि आकल आठवीं पास करने वाले विद्यार्थियों की उम्र ज्यादा नहीं होती। गांव में उच्च स्कू ल नहीं होने पर पैदल जाना पड़ता है, क्योंकि ढाणियों में ज्यादातर परिवार रहते हैं, जहां से आवागमन के साधन नहीं है।- मगनाराम, रामावि कंडानियों का तला
Source: Barmer News