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बाड़मेर. बाड़मेर शहर में चातुर्मास का प्रारंभ शुक्रवार को हुआ। धार्मिक स्थलों पर अब चातुमार्सिक प्रवचन व धर्मसभाओं के साथ सत्संग के कार्यक्रम होंगे। कोविड को देखते हुए गाइडलाइन की पालना के साथ प्रवचन आदि के कार्यक्रम किए जाएंगे।
आराधना भवन में चातुर्मास प्रवचन में साध्वी मृगावतीश्री ने कहा कि चातुर्मास अपनी आत्मा की बैटरी को चार्ज करने का अनुपम अवसर है। अपनी आत्मा में उपादान जागृत कर सकता है। चातुर्मास क्रोध-मान-माया-लोभ रूपी रोगों को हटाकर अनंत शल्य करने वाला एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर है। यह चातुर्मास सहजता, सरलता, समता, सहिष्णुता मय जीवन जीने की गारंटी देने वाला नेशनल बैंक है। चातुर्मास आत्मा का श्रृंगार करने वाला सुन्दर दपर्ण है। मन, जीवन व समय को प्रबंधित करने वाला अद्भुत सीजन है। अगर हम समय का सही उपयोग करेगें तो हमारी आत्मा में सम्यक्त्व का बीजारोपण अवश्य होगा। इन चार माह के दौरान मात्र दो कार्य करने है अपनी आत्मा को जानना व परमात्मा की आज्ञा का पालन करना है।
स्व को जानने का अवसर
साध्वी नित्योदयाश्री ने धर्मसभा में कहा कि चातुर्मास के चार माह मनुष्य को जगत की आपाधापी से दूर स्व को जानने का अनुपम अवसर है। तप-त्याग-जाप आदि आयाम हमारी आत्मा को पौष्टिकता प्रदान करते है। खरतरगच्छ संघ चातुर्मास समिति, बाड़मेर के चतुर्भुज मालू ने बताया कि प्रतिदिन प्रात: 8.45 बजे से 9.45 बजे तक प्रवचन, प्रात: 6.15 बजे से 7 बजे तक स्वाध्याय, दोपहर 2 से 4 ज्ञान चर्चा आदि के कार्यक्रम चातुर्मास के दौरान होंगे।

Source: Barmer News

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