बाड़मेर. सीमा सुरक्षा बल की जिम्मेदारी सीमा रक्षा की मुस्तैदी ही नहीं है, हमारे जिम्मे आसपास की प्रकृति को सुंदर बनाने और आमजन को प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति जागरूक करना भी है। तारातरा मठ पश्चिमी राजस्थान का आस्था का केंद्र है और यहां पर उपस्थित गोमरख धाम आने वाले समय मे बाड़मेर का पर्यटन केंद्र बन सकता है। यहां पर उचित रखरखाव और वृक्षारोपण और ट्रेकिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी विनीत कुमार ने गोमरख धाम में बीएसएफ और तारातरा मठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सघन वृक्षारोपण में उक्त बात कही। सीमा सुरक्षा बल की 83 वीं वाहिनी के कमांडेंट मदनपालसिंह ने बताया कि गोमरख धाम को पर्यटन स्थल बनाने का प्रथम प्रयास बीएसएफ की तरफ से करते हुए यहां सघन वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया है।
तारातरा मठ के महंत प्रतापपुरी शास्त्री ने कहा कि सीमा पर राष्ट्र रक्षा के साथ साथ सामाजिक सरोकार और प्रकृति के बचाव के लिए किए बीएसएफ के कार्य सरहानीय है।
इस दौरान महंत प्रतापपुरी, मरुगूंज संस्थान के संयोजक रघुवीरसिंह तामलोर, युवा उद्यमी विक्रमसिंह तारातरा व डॉ. राकेश कुमार ने डीआईजी विनीत शर्मा, कमांडेंट नरेश, राजपालसिंह युवराज दुबे और कमांडेंट मदनपालसिंह का सम्मान किया।
कार्यक्रम में रणवीर सियाग,पंचायत समिति सदस्य वालाराम, द्वितीय कमान अधिकारी अनिल यादव, दिनेश ठाकुर ,डिप्टी कमांडेंट मदन गोयल, बृजेश कुमार सिंह, रणधीरसिंह, संतु रजक रवि श्योराण सहित जवान उपस्थित रहे।
Source: Barmer News