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बाड़मेर. पिछले कुछ समय से टिड्डी से मिली राहत के बाद अब फाके का तारबंदी के नीचे से रेंग कर आना टिड्डी नियंत्रण विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है। पिछले छह दिनों से लगातार टिड्डी फाका तारबंदी के नीचे से रेंग कर मुनाबाव व आसपास के क्षेत्रों में फैल रहा है। विभाग नियंत्रण की कोशिश कर रहा है। लेकिन बहुत लम्बे-चौड़े क्षेत्र से फाके के आने से पूरी तरह नियंत्रण नहीं हो रहा है।
टिड्डी नियंत्रण संगठन की टीमें मुनाबाव से सीमावर्ती क्षेत्र में लगातार फाके से निपटने के लिए जूझ रही है। कई स्थानों पर बीएसफएफ की मदद भी ली जा रही है। लेकिन टिड्डी फाके से निपटना अब विभाग के लिए भी मुश्किल हो गया है। करोड़ों की संख्या में आ रहे फाका पूरी तरह नष्ट नहीं होने से आगे के गांवों तक बढ़ रहा है।
78 किमी क्षेत्र में फाके का फैलाव
तारबंदी के करीब 78 किमी क्षेत्र से अनवरत रूप से टिड्डी फाका रेंग कर भारत की तरफ आ रहा है। इस क्षेत्र में मुनाबाव, रोहिड़ी, सुंदरा, जैसिंधर, तामलौर, गिराब, उनरोड़ क्षेत्रों में फाके का प्रकोप बढ़ रहा है। फाके के लगातार आने से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।
पहली बार बनी ऐसी स्थिति
टिड्डी के हमले कई बार हुए हैं, लेकिन फाके के तारबंदी के नीचे से रेंग कर भारत की तरफ आने की स्थिति अब तक पहली बार ही नजर आई है। पाक में नियंत्रण नहीं करने के कारण टिड्डी भारत की तरफ आती रहती है। लेकिन रेंग कर फाके के भारत आने से अधिकारियों की चिंता बढ़ती जा रही है।
नियंत्रण की कोशिश कर रहे हैं
तारबंदी के नीचे से फाका आ रहा है। टीमें लगी हुई है, नियंत्रण की कोशिश की जा रही है। कई स्थानों पर इसमें बीएसएफ की मदद भी ली जा रही है।
केवी चौधरी, प्लांट प्रोटेक्शन अधिकारी, टिड्डी नियंत्रण संगठन बाड़मेर

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Source: Barmer News

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