दिलीप दवे बाड़मेर. अंग्रेजी के ज्ञान से प्रदेश ही हजारों प्रतिभाएं इसलिए वंचित है कि सरकार ने मॉडल स्कू ल में प्री प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं किया है।
हर मॉडल स्कू ल में करोड़-सवा करोड़ की लागत से पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक कक्षाओं के लिए भवन बन चुके हैं, लेकिन प्रवेश प्रक्रिया के आदेश नहीं आने से बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा। हालांकि कोरोनाकाल के चलते शिक्षण कार्य बंद है, लेकिन बच्चों को प्रवेश मिलता है ऑनलाइन शिक्षण हो सकता है। जिले के पांच सहित प्रदेश के १३४ मॉडल स्कू ल इस इंतजार में है कि सरकार आदेश दे और प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा सके।
प्रदेश के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूलों में वर्तमान में कक्षा ६ से १२ तक अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं ही संचालित हो रही है। इन विद्यालयों बजट घोषणाओं के अनुसार पूर्व प्राथमिक व प्राथमिक कक्षाओं को शुरू करने की योजना भी बन चुकी है। इस संबंध में मॉडल स्कूलों में इन कक्षाओं के संचालन के लिए अलग से प्राथमिक विद्यालय भवन बनाने के लिए बजट जारी किया गया। जिसके लिए प्रत्येक मॉडल स्कूल में लगभग १ करोड़ से १.५० करोड़ तक की राशि का बजट अलग से स्वीकृत हुआ। जिसके बाद भवन निर्माण कार्य शुरू हुए।
वर्तमान में प्रदेश की १३४ स्कूलों में से अधिकांश में प्राथमिक विद्यालय भवन बनकर तैयार हो गया है तो कुछ विद्यालयों में इनका निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है। कुछ विद्यालयों में भवन तैयार करके विद्यालयों को भी सुपुर्द कर दिया गया है तो शेष विद्यालयों में भी शीघ्र ही भवन निर्माण का कार्य भी पूर्ण होने वाला है।
बावजूद इसके पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक कक्षाओं को शुरू करने के आदेश नहीं आए हैं जिस पर प्रवेश प्रक्रिया आरम्भ नहीं हो रही जबकि अन्य सरकारी विद्यालयों में ३१ जुलाई तक प्रवेशोत्सव के तहत नामांकन हुए हैं।
प्रवेश हेतु गाइडलाइन का इंतजार- मॉडल स्कू ल में प्राथमिक व पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के प्रवेश व संचालन के लिए सरकारी गाइडलाइन व बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों के साक्षात्कार व प्रतिनियुक्ति को लेकर गाइडलाइन का इंतजार है। पूर्व गाइडलाइन के अनुसार पूर्व प्राथमिक में प्रति कक्षा १५ विद्यार्थी व प्राथमिक में ४० विद्यार्थियों के प्रवेश की योजना प्रस्तावित है, लेकिन इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए इन विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकारी आदेश का इंतजार है। एेसे में हरेक विद्यालय में एलकेजी, यूकेजी व प्रथम में पन्द्रह-पन्द्रह व द्वितीय से पांचवीं तक चालीस-चालीस बच्चों को प्रवेश मिलेगा।
इसी सत्र से शुरू की जाए प्रवेश प्रक्रिया-“प्रदेश के मॉडल स्कूलों में इसी सत्र से प्राथमिक कक्षाओं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि छोटे बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करने का मौका मिले।- बसन्त कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
मॉडल स्कूल चौहटन में प्राथमिक कक्षाओं के लिए अलग से भवन तैयार करके विद्यालय को सुपुर्द कर दिया गया है। प्रवेश के लिए अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है।- नानगाराम गढ़वीर, प्रधानाचार्य, मॉडल स्कूल चौहटन
प्राथमिक कक्षाओं हेतु अलग से विद्यालय भवन का कार्य अंतिम चरण में है। शीघ्र ही निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। प्रवेश हेतु विभागीय गाइडलाइन का इंतजार है।- ईश्वरदान बारहठ, प्रधानाचार्य, मॉडल स्कूल चूली
Source: Barmer News