Posted on

जोधपुर. आरएएस भर्ती के लिए साक्षात्कार में ७० प्रतिशत से अधिक नम्बर दिलाने के बदले २० लाख रुपए रिश्वत देने के मामले में संदेह के दायरे में आए जोधपुर के निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी का मोबाइल रविवार को भी बंद रहा। एसीबी की गोपनीय जांच में वो घर पर भी नहीं हैं।
एसीबी सूत्रों के अनुसार प्रकरण में गिरफ्तार तीन आरोपियों से पूछताछ और शिक्षक के व्हॉट्सएेप की चैट में निर्वतमान जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी की भूमिका सामने आई थी। एेसे में एसीबी ने उनसे सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन पूनाराम का मोबाइल लगातार स्विच ऑफ है। एसीबी की गोपनीय जांच में उनके घर न होने का पता लगा। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी और व्हॉट्सएेप चैट से संदिग्ध भूमिका में आने व गायब होने से निवर्तमान जिला प्रमुख पूनाराम पर संदेह गहराने लगा है।

मोबाइल लोकेशन से होगा खुलासा
एसीबी ने गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें तीनों जने ३ अप्रेल को जोधपुर में एक ही थे। उसी दिन किशनाराम को बीस लाख रुपए दिए गए थे। एसीबी निवर्तमान जिला प्रमुख की कॉल डिटेल की जांच भी कर रही है। जिसमें उनकी लोकेशन अजमेर होने का पता लगा है। हालांकि एसीबी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पूनाराम के सामने आने व मोबाइल की जांच में और खुलासे हो सकते हैं।

७० प्रतिशत अंक के लिए चैट
प्राचार्य जोगाराम, स्कूल संचालक ठाकराराम व शिक्षक किशनाराम के मोबाइल और व्हॉट्सएेप चैट में कई राज सामने आए हैं। हरीश को अच्छे अंक दिलाने के लिए चाचा ठाकराराम की प्राचार्य जोगाराम और जोगाराम की शिक्षक किशनाराम से चैट हो रही थी। इसके लिए किशनाराम ने निवर्तमान जिला प्रमुख से चैट की थी। पूनाराम से जवाब मिलने के बाद चैट से ही अन्य दोनों को जवाब दिए गए थे। किशनाराम ने कोड वर्ड में प्राचार्य को २० लिखकर भेजे थे।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *