NAND KISHORE SARASWAT
जोधपुर.़ सूर्य देव मंगलवार देर रात 1.05 बजे कर्क से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य इस राशि में 17 सितंबर देर रात 1.02 मिनट तक रहेंगे और फिर कन्या राशि में चले जाएंगे। सूर्य ग्रह को सिंह राशि का स्वामी माना जाता है। सूर्य ग्रह के राशि परिवर्तन का शुभ-अशुभ असर सभी राशियों पर पड़ेगा।
ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा बताया गया है। ज्योतिष में सूर्य को तेज, मान-सम्मान और यश, उच्च पद-प्रतिष्ठा, आदि का कारक ग्रह माना जाता है। सूर्य का राशि परिवर्तन एक महत्वपूर्ण घटना है। सूर्य तुला राशि में नीचराशि तथा मेष राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं। उच्च भाव में ग्रह अधिक मजबूत और बलशाली होते हैं, जबकि नीच राशि में ये कमजोर हो जाते हैं।
बनेगा बुधादित्य योग
ज्योतिष अनीष व्यास के अनुसार 17 से 26 अगस्त तक सूर्य और बुध दोनों सिंह राशि में रहेंगे। इससे बुधादित्य नामक शुभ योग बनेगा। साथ ही सिंह राशि में सूर्य, बुध, मंगल तीन ग्रहों की युति रहेगी, क्योंकि मंगल ग्रह 20 जुलाई से ही सिंह राशि में गोचर कर रहा है। मंगल 6 सितंबर तक सिंह राशि में रहेगा।
क्या होता है असर
जातक की कुंडली में सूर्य के शुभ प्रभाव से जॉब और बिजनेस में तरक्की के योग बनते हैं और लीडरशीप करने का मौका भी मिलता है। ज्योतिष में सूर्य को आत्माकारक ग्रह कहा गया है। इसके प्रभाव से आत्मविश्वास बढ़ता है। शासकीय मामलों में सफलता भी सूर्य के शुभ प्रभाव से मिलती है। सूर्य का अन्य प्रभाव से कामकाज में रुकावटें और परेशानियां बढ़ती हैं। धन हानि और स्थान परिवर्तन भी सूर्य के कारण होता है। सूर्य के अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है। भगवान सूर्य को अघ्र्य, स्तुति व आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना लाभकारी होता है।
Source: Jodhpur