जोधपुर. वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व जोधपुर वनविभाग वन्यजीव मंडल की संयुक्त कार्रवाई में हाथी दांत के आभूषणों का व्यापार करने वाले जोधपुर के दो लोगों को दबोचने के बाद कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां दोनों ही आरोपियों को 15 दिन तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए गए। टीम की ओर से पकड़े गए दोनों ही आरोपियों को ऑनलाइन हाथी दांत से निर्मित वस्तुओं का व्यापार करने की सूचना पर टीम के सदस्यों ने बोगस ग्राहक बनकर मेडिकल कॉलेज रेजीडेन्सी रोड स्थित एक होटल में माल के साथ बुलाया था।
इस तरह दबोचा गया आरोपी को
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की ओर से तीन दिन पहले जोधपुर में हाथी दांत से बने सामान की ऑनलाइन बिक्री की सूचना मिलने पर उप वन संरक्षक, वन्यजीव जोधपुर विजय बोराणा के निर्देश पर कृष्ण कुमार व्यास, सहायक वन संरक्षक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। वन-विभाग की टीम ने होटल में काल्पनिक ग्राहक बनकर आबिद शेख नाम के लड़के से फोन पर बात करने पर वह हाथी दांत से बनी चूडियां, लॉकेट इत्यादि बेचने के इरादे से साथ में लेकर होटल पहुंच गया। होटल में वन्यजीव टीम के रेंजर भूराराम विश्नोई वन्यजीव उडऩदस्ता टीम के अन्य सदस्य रमसीलाल , गणपत सिंह, सहायक वनपाल एवं ताराराम सीरवीं, भागीरथ लटियाल, रोहित बालानी, बनवारी लाल, बंशीलाल, शिवलाल, निरमा देवी आदि वनरक्षकों ने उसे सामान के साथ दबोच लिया गया ।
आरोपियों की फैक्ट्री की तलाशी में मिले हाथी दांत के प्रॉडेक्ट
होटल में उसके पास से जब्त सामान के स्रोत के बारे में पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने के कारण वन्यजीव संरक्षण अधिनियम , 1972 के तहत कार्रवाई करते हुए पूछताछ प्रारंभ की। प्रकरण की जांच में सांगरिया क्षेत्र में एक अन्य शख्स किशन सिंह को मौके पर पकड़ा गया। जिसकी जेब में से हाथी दांत से बने प्रॉडेक्ट प्राप्त हुए। दोनों ही आरोपियों से पूछताछ व मोबाईल इत्यादि से अन्य जानकारियां जुटाने के साथ ही आरोपियों की फैक्ट्री की तलाशी लेने पर वहां भी हाथी दांत से बने आइटम्स पाए गए थे।
Source: Jodhpur