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बाड़मेर.
ऑपरेशन मासूम के तहत बाड़मेर पुलिस ने बाल श्रमिकों को श्रम की चक्की से मुक्त करवाकर शिक्षा दिलाने के प्रति गंभीर रही है। यहां पुलिस ने छह साल में 89 प्रकरण बनाकर बाल श्रमिकों को श्रम से मुक्त करवाया। लेकिन धरातल पर हकीकत यह है कि पुलिस की सख्ती के बावजूद यह श्रम रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है।

दरअसल, बाड़मेर पुलिस ने वर्ष- 2016 से अब तक बाल श्रम को लेकर 89 प्रकरण दर्ज किए है। जिसमें पुलिस ने 114 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया। साथ ही उन्हें शिक्षा दिलाने के लिए स्वंयसेवी संस्थाओं व परिवार के सदस्यों को सौंपा गया। साथ ही बाल श्रम करवाने के आरोप में 92 लोगों को हवालत में पहुंचाया। इसके बावजूद शहर में बाल श्रम रुक नहीं रहा है। हालांकि पुलिस का दावा है कि लगातार पुलिस टीम निगरानी रखकर कार्रवाई को अंजाम देते है। साथ ही सादा वस्त्रधारी पुलिसकर्मी भी बालश्रम को लेकर निगरानी रखते है।

यहां बाल श्रमिक
पत्रिका पड़ताल में सामने आया है कि रेल्वे स्टेशन के सामने, स्टेशन रोड़ पर रेंस्टोरेट, अस्पताल मार्ग, औद्योगिक एरिया, नेशनल हाईवे सहित अन्य इलाकों में सैकड़ों बाल श्रमिक कचरा उठाने, कबाड़ी, चाय की थड़ी, होटलों, कारखानों सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर कार्य कर रहे है।

फैक्ट फाईल
वर्ष – दर्ज प्रकरण – चालान – पीडि़त बालक -गिरफ्तार आरोपी
2016 – 18 – 18 – 26 – 18
2017 – 20 – 20 – 24 – 20
2018 – 16 – 16 – 20 – 18
2019 – 14 – 13 – 19 – 14
2020 – 04 – 04 – 05 – 05
2021 – 17 – 12 – 20 – 17
कुल – 89 – 83 – 114 – 92

Source: Barmer News

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