बाड़मेर। बारिश के बाद बदलते मौसम और पानी के ठहराव के चलते मच्छर जनित बीमारियां बढ़ गई है। डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की बीमारी बढऩे के चलते सावधानी रखने की जरूरत है।
सीएमएचओ डॉ. बी एल विश्नोई ने बताया कि जिले में मच्छर जनित बीमारियों के मरीज सामने आ रहे है। इस साल में अब तक डेंगू के 113, मलेरिया के 22 एवं चिकनगुनिया के 2 मरीज मिले हैं। इसलिए सतर्क व सजग रहना होगा। इन बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है । इसलिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी। घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। गमले, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलें। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. पी सी दीपन ने बताया कि बाड़मेर शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग एवं नगर परिषद की संयुक्त गतिविधि के तहत मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया सहित मौसमी बीमारियों से बचाव एवं नियन्त्रण के लिये स्प्रे व टेमिफोस का प्रयोग किया जा रहा है। शहर के 24 वार्डों के डेंगू प्रभावित क्षेत्र में स्प्रे किया जा चुका है।
डेंगू के लक्षण
-तेज सर्दी लगाना
-भूख में कमी
-पीठ दर्द
-चमड़ी पर लाल धब्बे
-आंखों में तेज दर्द
-तेज बुखार की शिकायत
-बेचैनी, उल्टी व लो ब्लड
Source: Barmer News