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बाड़मेर. जिले में मौसम का तांडव जानलेवा साबित हुआ है। यहां बुधवार रात व गुरुवार को दो दिन में भीषण मेघगर्जना के साथ बरसात के दौरान बिजली गिरने की 10 घटनाएं हुई। बिजली के कारण दो की मौत हो गई, वहीं पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गिरने से अलग-अलग स्थानों पर 60 से अधिक पशुओं की मौत हो गई। कई स्थानों पर दो-दो जगह बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं।
रोंगटे खडे़ करने वाला मंजर…यूं घर पर गिरी बिजली
बिजली गिरने की कहानी फि ल्मों में बहुत बार देखी या बड़ों से सुनी होगी लेकिन बाड़मेर शहर के बेरियों के वास में रहने वाले परिवार ने बिजली की कड़कड़ाहट को जितना नजदीक से देखा है उतना शायद ही किसी ने देखा होगा।
परिवार के मुखिया राधेश्याम का जैसलमेर में हैंडीक्राफ्ट का कारोबार है। दुकान बेटा सुनील और राधेश्याम स्वयं चलाते हंै। पत्नी गीता घर देखती हैं। दो बेटिया चांदनी ओर मनीषा पढ़ाई करती हैं। गुरुवार सुबह गीतादेवी घर के नियमित कार्य कर रही थीं। पति राधेश्याम सुबह सात बजे ही घर से जैसलमेर के लिए निकले थे। उन्हें बस स्टैंड छोडऩे के लिए गीता का भाई कपिल ही गया था। दोनों बेटियों सो रही थीं। घर पर जयपुर से आए रिश्तेेदार नितिन और उनकी पत्नी नीलम चाय पी रहे थे। कपिल वापस घर आया तो गीता देवी दरवाजे पर ही खड़ी थीं। भाई कपिल से बात ही कर रही थीं। तभी अचानक बिजली कड़की। गीता को लगा जैसे भूकम्प आ गया है। कुछ पल के लिए मकान थरथराने लगा। सोचा कहीं पास में बिजली गिरी है फि र ऊपर देखा तो अपने ही मकान की पीओपी गिरी थी। घर के सारे सदस्य बाहर आ गए। देखते ही देखते पूरा मोहल्ला एकत्र हो गया।
यहां गिरी आकाशीय बिजली
-बाड़मेर में बेरियों का वास
-रामसर के तामलियार
-धोरीमन्ना
-गडरा खीचड़ान
-गिड़ा
-सेड़वा
-गडरारोड का बापूनगर
-चौहटन

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Source: Barmer News

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