बाड़मेर. दिवाली का पंच दिवसीय पर्व का शुभारंभ मंगलवार को धनतेरस से होगा। बाजार सजे चुके हैं, खरीदार भी पूरी तरह तैयार है। शुभ मुहूर्त में बाजार में धनवर्षा होगी। बाजार और खरीदार दोनों की इस साल उम्मीदें परवान पर है। लोगों की दिवाली को खास बनने में व्यवसायी पिछले पर्व को लेकर लम्बे समय से तैयारियों में जुटे हैं। अब बाजारों में कोविड के बाद यह पहला अवसर होगा जब भीड़ खरीदारी को उमड़ेगी।
धनतेरस के लिए कोई बाजार सजा रहा है तो कोई घर को आकर्षक बनाने में जुटे हैं।
खरीदारी की रही है परम्परा
धनतेरस के दिन खरीदारी की परंपरा रही है। यह खरीदारी शुभ मुहूर्त में ही होती है। ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि इस वर्ष धनतेरस पर त्रिपुष्कर का अति शुभ योग बन रहा है। जो अत्यंत फलदायी और श्रेष्ठ माना गया है।
पंच पर्व का शुभारंभ आज से
दिवाली के पंच दिवसीय पर्व की शुरूआत मंगलवार से होगी। इसमें 2 नवम्बर को धनतेरस, 3 को रूप चतुर्दशी, 4 को दिवाली, 5 को गोवद्र्धन पूजा तथा 6 को भाईदूज होगी। महापर्व की तैयारियों को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। बाजारों में दिवाली के सात दिन पहले से खरीदारी शुरू हो चुकी। अब धनतेरस से धनवर्षा होगी।
धनतेरस पूजन के लिए शुभ समय
धनतेरस पूजन: शाम 5:25 से 6 बजे तक
प्रदोष काल में पूजन : शाम 5.38 से 8.14 तक
खरीदारी के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त व समय
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11.11 से 11.56 बजे तक
अमृत मुहूर्त: सुबह 11.33 से दोपहर 12.56 बजे तक
शुभ योग: दोपहर 2.20 बजे से अपराह्न 3.43 बजे तक
वृष लग्न: शाम 6.18 बजे से रात 8.14 बजे तक
धनत्रयोदशी पर इनकी अवश्य करें खरीदारी
-इस दिन कुमकुम जरूर खरीदें
-मां लक्ष्मी के पद्चिह्न घर लाएं
-मिट्टी के पांच दीपक लाकर जलाएं
-साबुत धनिया जरूर खरीद लाएं
-बताशा की खरीदारी भी करें
Source: Barmer News