बालोतरा. सर्दी की दस्तक के साथ ही किसान रबी बुवाई में जुट गए हैं। खरीफ फसल कटाई-लिवाई के बाद किसानों के रबी बुवाई में जुटने पर अब इनकी व्यस्तता बढ़ गई है।
इससे खेतों पर फिर से चहल-पहल व रौनक अधिक बढ़ गई है। जिले में अब तक 1 लाख 18 हजार 800 हैैक्टेयर में बुवाई हुई है। इस वर्ष लूनी नदी में बरसाती पानी के बहाव पर क्षेत्र में बड़े भूभाग में रबी बुवाई होने की संभावना है।
जिले में हल्की सर्दी की दस्तक के साथ किसान रबी बुवाई में जुट गए हंै। सर्दी का असर बढऩे पर बुवाई में तेजी आई है। बीज की बुवाई के बाद कुछ किसान इसमें पाइप बिछाकर तो कुछ क्यारियां बनाकर सिंचाई कर रहे हैं।
अधिकांश किसान पानी की बचत व सुविधा को लेकर फव्वारों से फसल की सिंचाई कर रहे हैं, खेत की जुताई-बुवाई करने, पाइन बिछाने,क्यारियां बनाने आदि आदि कार्यों को लेकर किसान सुबह से रात 11 बजे तक व्यस्त रहते हैं।
लक्ष्य से आधी बुवाई-
कृषि विभाग ने इस वर्ष जिले में रबी बुवाई का लक्ष्य 2 लाख 66 हजार हैक्टेयर निर्धारित किया है। इसमें से लगभग आधे लक्ष्य की प्राप्ति हो चुकी है, जिसमें गेंहू 15 हजार हैक्टेयर में से 7 हजार 50 हैक्टयर, सरसों 13 हजार हैक्टयर में से 4800, जीरा 1 लाख 40 हजार में से 74 हजार 300 हैक्टेयर, इसबगोल 70 हजार में से 21 हजार 300, जौ 300 हैक्टेयर, तारामीरा 150 हैक्टेयर, अन्य 5 हजार में से 900 हैक्टेयर में बुवाई हुई है।
अब तक जिले में 1 लाख 18 हजार 800 हैक्टेयर में बुवाई हुई है, जो लक्ष्य के आधी से कुछ कम है। जिले व क्षेत्र में रबी बुवाई का कार्य अभी भी जारी है।
रबी बुवाई में जुटे किसान –
एक सप्ताह से रबी बुवाई में जुटे हुए हैं। सर्दी देरी से चमकने पर कुछ दिन इंतजार करना पड़ा। नवम्बर आधा बीतने व बुवाई में कम दिन शेष रहने पर अब इसमें और तेजी आने की उम्मीद है। इस वर्ष नदी में पानी की आवक पर किसानों में खेत जोतने में अधिक उत्साह है।
– सोनाराम भील, किसान
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Source: Barmer News