फलोदी (जोधपुर). विषाणु जनित न्यूकसेल रोग वीएनडी के संक्रमण से कुरजां का जीवन बचाने के लिए कुरजां के पड़ाव स्थल पर विशेषज्ञ चिकित्सकों टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारी व वनविभाग टीम ने सोमवार सुबह खीचन में डेरा डाल दिया।
वैक्सीनेशन के लिए कुरजां का घर माना जाने वाले चुग्गाघर में एण्टी संक्रमण दवाई का छिड़काव भी कर दिया, लेकिन कुरजां अपने घर नहीं आई, इससे कुरजां का वैक्सीनेशन नहीं हो सका।
जानकारी के अनुसार फलोदी के खीचन गांव में सोमवार सुबह साढ़े छह बजे उपखण्ड अधिकारी डॉ. अर्चना व्यास, पशु-पक्षी चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथ सोनी, वनविभाग के चिकित्सक डॉ. मनोज बिश्नोई, डॉ. नीलकण्ठ, वनविभाग एसीएफ केके व्यास व पक्षीप्रेमी सेवाराम माली चुग्गाघर पहुंचे और चुग्गा के दानों पर एण्टी संक्रमण वैक्सीनेशन का छिड़ाव किया।
पानी के छोटे-छोटे कृत्रिम स्थल बनाकर उसमें पानी के साथ दवाई को मिलाया, लेकिन सुबह दस बजे तक जब कुरजां नहीं आई तो प्रशासनिक व चिकित्सकीय अधिकारी दवाई डालकर चले गए और पक्षीप्रेमी सेवाराम माली व अन्य कार्मिकों को कुरजां आने पर सूचना देने का कहकर चले गए, लेकिन सोमवार शाम तक कुरजां चुग्गाघर में नहीं आई।
दीपावली के बाद से चुग्गाघर में नहीं आई कुरजां
जानकारों के अनुसार दीपावली के एक दिन पहले पटाखों के धमाकों के शोर के चलते कुरजां ने अभी अपना ठिकाना बदल दिया है, जो वापस नहीं लौटी है।
15 हजार डोज पहुंची फलोदी
कापरड़ा में सौ के करीब कुरजां की मौत होने व मौत का सिलसिला जारी रहने से फलोदी के विभागीय जिम्मेदार भी हरकत में है। रविवार रात को खीचन में प्रवास कर रहे कुरजां के जीवन को बचाने के लिए फलोदी पहुंची 15 हजार वैक्सीनेशन की डोज को लगाने की कवायद सोमवार को शुरू की गई, लेकिन यह कवायद कुरजां के नहीं आने से सफल नहीं हो सकी।
उपखण्ड अधिकारी डॉ. अर्चना व्यास ने भी मौके की जानकारी लेने के लिए सोमवार सुबह खीचन स्थित चुग्गाघर पहुंची और कुरजां के वैक्सीशन प्रक्रिया का निरीक्षण किया। वन विभाग, पशुचिकित्सा विभाग की टीम भी मौके पर रही। जिन्होंने वैक्सीनेशन की पूरी तैयारी कर रखी थी।
नहीं आई कुरजां
कुरजां को संक्रमण से बचाने के लिए वैक्सीनेशन करने की योजना था, लेकिन कुरजां चुग्गाघर में नहीं आई, इसलिए वैक्सीनेशन नहीं हो सका। कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा, अब आगामी दिनों में कुरजां के आगमन पर वैक्सीनेशन करने की कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. भागीरथ सोनी, चिकित्साधिकारी पशु चिकित्सालय, फलोदी
Source: Jodhpur