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घर का फर्श घिसा-पिटा सा लगने लगा है, बदलने का विचार है? जरा एक नजर डाल लें, कौन सी फ्लोरिंग कैसी लगेगी, उसके क्या फायदे या कमियां हैं और वह आपके बजट को कहां तक सूट करेगी।

मार्बल
यह कई वैरायटीज में मिलता है- सैंडस्टोन, व्हाइट मार्बल और कंपोजिट। पॉलिश करवाने पर ग्लॉसी फिनिश में या मैट फिनिश में लगवाया जा सकता है।
उपयोग: इसे घर के इंटीरियर और एक्सटीरियर दोनों ही जगह लगवाया जा सकता है। करीब 24-25 साल तक आराम से टिकेगा।
ध्यान रहे: मार्बल फ्लोरिंग की नियमित देखभाल जरूरी है। यह जरा गीला होने पर फिसलन भरा हो सकता है। एसिड वगैरह से आसानी से क्षतिग्रस्त हो सकता है।

पीवीसी या विनायल
यह रोल के रूप में भी मिलता है और टाइल्स की कटिंग के रूप में भी। यह मैट फिनिश में होता है।
उपयोग : यह जल-रोधी होता है। इसे बच्चों के कमरे में या किचन में लगाया जा सकता है। करीब 5 साल तक सही स्थिति में रहता है।
ध्यान रहे : यह फ्लोरिंग नाजुक होती है। भारी या नुकीला सामान पटकने से यह खराब हो सकती है या कट-फट सकती है।

ग्रेनाइट
इसकी कई किस्में उपलब्ध हैं- खुरदरा, पॉलिश्ड, क्रिस्टल आदि। यह कई रंगों में उपलब्ध है। इसकी फिनिश चमकदार होती है।
उपयोग: खुरदरा ग्रेनाइट बाथरूम के लिए अच्छा माना जाता है। किचन में भी ग्रेनाइट लगाना फायदेमंद रहता है क्योंकि इसकी सफाई आसानी से हो जाती है। साथ ही यह खूबसूरत भी दिखाई देता है। इसकी सही देखभाल की जाए, तो यह ताउम्र साथ निभा सकता है।
ध्यान रहे: यह बहुत मजबूत होता है, लेकिन इसकी साफ-सफाई बेहद जरूरी है। पॉलिश्ड ग्रेनाइट गीला होने पर फिसलन भरा हो सकता है।

टाइल्स
बाजार में सिरैमिक, विट्रीफाइड और ग्लास मोजैक कई टाइल्स मिलती हैं, इनकी फिनिश ग्लॉसी होती है।
उपयोगः आमतौर पर इन्हें लॉबी, बरामदे या गैलरी जैसी जगहों पर लगाया जाता है। इन्हें 10-15 सालों तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
ध्यान रहेः टाइल्स बिल्कुल एक सार लगनी चाहिए, अन्यथा क्रैक आ सकते हैं। कई बार इससे बेवजह परेशानी बढ़ जाती है।

सावधानियां

  1. फ्लोरिंग का चयन कमरे के रंग से मेल खाता हुआ चुनें।
  2. सौंदर्य के साथ-साथ टिकाऊपन और बजट का भी ध्यान रखें।
  3. कीमतें तय करने के लिए स्थानीय बाजार में छानबीन और पड़ताल करके फ्लोरिंग का निर्णय लें।

Source: property-buying-tips

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