दिलीप दवे बाड़मेर. अरबों का जीरा उत्पादन करने वाले किसान प्रोसेसिंग के अभाव में औने-पौने दामों में जीरा बेचने को मजबूर है। बाड़मेर में ग्रेडिंग, पैकिंग अैर प्रोसेङ्क्षसंग सुविधा नहीं होने पर ऊंझा जाकर प्रोसेसिंग करवानी पड़ती है लेकिन अब एेसा नहीं होगा।
जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र में चालीस लाख रुपए की लागत से प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी जिसके बाद किसान सीधे वहां जाकर जीरे की गुणवत्ता सुधारवा सकते हैं।
बाड़मेर जिला प्रदेश के जीरा उत्पादकों में अव्वल जिलों में से एक है। यहां करीब दो लाख हैक्टेयर में जीरा बोया जाता है जो करीब आठ लाख क्विंटल होता है। अरबों रुपए का जीरा बाड़मेर में होता है। इस जीरे को मशीनों से साफ कर, अंतरराष्ट्रीय मांग के अनुरूप पैकिंग कर गे्रडिंग होती है जिसके अनुसार दाम मिलते हैं। यह प्रोसेसिंग कार्य बाड़मेर में नहीं हो रहा है जिस पर किसान जीरा लेने के बाद बिना साफ-सफाई सीधे ऊंझा मंडी लेकर जाते हैं जहां प्रोसेसिंग के अभाव में कम दाम मिलते हैं, लेकिन अब किसान बाड़मेर के गुड़ामालानी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रोसेसिंग करवा सकते हैं।
केवीके गुड़ामालानी में राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड जयपुर की ओर से चालीस लाख रुपए की प्रोसेसिंग इकाई लगाई जा रही है। इस इकाई पर जीरे की ग्रेडिंग, पैकेजिंग, प्रसंस्करण व अन्य उत्पादन तैयार होंगे। ग्रेडिंग का मिलेगा फायदा- जीरे की उपज लेने के बाद किसान बिना साफ-सफाई के ही बोरियों में भर कर इसे बेचने ले जाते हैं। एेसे में जीरे में डंठल, कंकड़, रेत के छोटे ढेले आदि होने से उसके दाम कम हो जाते हैं। ऊंझा में व्यापारी कम दाम में इसको खरीद वहां प्रोसेसिंग करवा पैकिंग कर मंहगे दामों में बेच मुनाफा कमा लेते हैं। बाड़मेर में यह सुविधा होने पर गुणवत्तायुक्त जीरे बिकने जाएगा जिससे किसानों को बढि़या दाम मिलेंगे।
सीधे करवा सकेंगे प्रोसेसिंग– यूनिट पर किसान जीरा लेकर सीधे ही प्रोसेसिंग, सोरटिंग, गे्रडिंग, क्लियरिंग, पैकेजिंग आदि करवा सकते हैं। कम दाम पर यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जिसके बाद किसान बाजार में ऊंचे दाम में जीरा बेच सकेंगे।
जल्द लगेगी प्रोसेसिंग यूनिट- गुड़ामालानी में जीरा प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी। करीब चालीस लाख रुपए की लागत से यूनिट लगेगी जहां किसान अपने जीरे को लाकर प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ग्रेडिंग आदि करवा सकते हैं।– डॉ. प्रदीप पगारिया, कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र गुड़ामालानी
Source: Barmer News