बाड़मेर. बाड़मेर में ठगी का ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर ही पैरों तले से जमीन खिसक जाए। ठगों ने ऐसी कहानी गढ़ी कि जिसे सुनाई वह भी आसानी से झांसे में आ गए। लेकिन जब लेन-देन आखिरी स्टेज पर आया तो जागरूकता के कारण करीब साढ़े चार लाख की ठगी से बच गए। पुलिस ने ठगी के दो आरोपियों को मामले में गिरफ्तार किया है।
ठग नकली सोने को असली बताकर बेचने की फिराक में बुधवार को डूगेरों का तला गांव पहुंचे। वहां कुछ ग्रामीणों को ठगी करने के उद्देश्य से कहानी सुनाई कि जैसलमेर किले की खुदाई में उन्हें 4 किलो सोना मिला है, जिसे बेचना है। सोने की कीमत करीब 2 करोड़ बताते हुए 4.50 लाख में सौदा करने की बात कही।
असली सोने के पीस देकर करवाई जांच
ठगों को अंजाम देने के लिए ग्रामीणों को असली सोने के दो पीस दिए और उनकी जांच करवाने को कहा। जब पीडि़त ने जांच करवाई तो सोना असली निकला और मामला लेन-देन तक पहुंच गया। इस बीच इतनी बड़ी मात्रा में केवल 4.50 लाख में सोने बेचने की बात में संदेेह होने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों के पास मिलेे सोने की जांच करवाई तो नकली पाया गया। इस बीच पुलिस जब तक मौके पर पहुंची दोनों वहां से निकल गए। दो किमी तलाश करने के बाद आरोपी नजर आए। पुलिस ठगी के दोनों आरोपियों को पकड़कर सदर थाने ले आई।
दोनों आरोपी जालौर जिले के
सदर थानाधिकारी अनिल कुमार विश्रोई ने बताया कि दोनों आरोपी जालौर जिले के है। टीम ने दरगाराम पुत्र चोपाराम बागरी, निवासी नादिया जालौर व मंगलाराम पुत्र रगाराम बागरी, निवासी पमाणा जालौर को मामले में पकड़ा है। पुलिस उनसे गहनता से पूछताछ कर रही है। संभावना है कि ठगी के और भी मामले खुल सकते हैं।
असली सोना भी मिला पास में
ग्रामीण केशरसिंह पुत्र मूलाराम जाट, निवासी गालाबेरी ने पुलिस को रिपोटज़् देकर बताया कि उसको दोनों संदिग्ध व्यक्तियों ने सोना खरीदने की बात कही। वही 2 सोने के पीस दिए, जिसे सुनार से चैक करवाने पर असली पाए गए। इसलिए विश्वास में आकर 4.50 लाख में सोना खरीदने का सौदा तय हुआ था। इस बीच संदेह होने पर पुलिस को सूचना दी गई।
टीम में ये रहे शामिल
थानाधिकारी अनिल कुमार, उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक शेराराम, हैड कांस्टेबल दुगारज़म, कांस्टेबल मोहनलाल, लक्ष्मणराम, हजारीमल, मुकेश कुमार शामिल रहे।
Source: Barmer News