Murder with scissors – पाल गांव में आवासीय कॉलोनी के पास आभूषण की दुकान से युवा सर्राफा व्यवसायी काे अपहरण करने के तीन घंटे बाद ही कैंची से वार कर अधमरा कर दिया गया था। उसे मृत समझ रात को ही उदयपुर के रणकपुर घाटे के जंगल में फेंक ज्वलनशील पदार्थ डाल आग लगा दी गई थी। जिससे उसकी मौत हुई थी। पाक विस्थापित युवक ने रुपए व आभूषण लूटने के लिए ज्वैलर की हत्या की थी। मौके से फरार पाक विस्थापित युवक को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) वन्दिता राणा ने बताया कि प्रकरण में गंगाणा निवासी पाक विस्थापित राजू उर्फ राजेश (30) पुत्र छगनलाल सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है।वह सुबह जोधपुर आया था, तब पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी ने ज्वैलर अनिल सोनी की हत्या के बाद लाखों का सोना व चांदी के आभूषण लूट लिए थे।जो अलग-अलग जगहों पर छुपा दिए थे। आभूषण व कार बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अपहरण की एफआइआर में हत्या व लूट की धारा जोड़ी जा रही है।जांच के दौरान पूरे मामले का सीन रिक्रिएट कराया जाएगा। एडीसीपी (पश्चिम) हरफूलसिंह व एसीपी (बोरानाडा) जयप्रकाश अटल के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
कुछ दिन पहले ही जान-पहचान बढ़ाई
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने रुपए के लालच में उसने अपहरण व हत्या की साजिश रची थी। इसलिए वह कुछ दिनों से अनिल सोनी की दुकान जाने लगा था।
बेहोश होने पर कैंची से वार किए
सम्पर्क बढ़ने पर गत 21 अप्रेल को आरोपी राजू ने ज्वैलर अनिल सोनी को उसी की कार में अपहरण कर लिया था। राजू ही कार चला रहा था। चूंकि वह काफी देर तक उसे लेकर घूम नहीं सकता था। इसलिए पहले उसने अनिल को नशे की गोलियां खिलाईं। पाली जिले के आस-पास बेहोशी छाने पर कैंची से वार किए। उसे मरा समझ रणकपुर घाटे के जंगल में उसे फेंक दिया था। फिर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई थी। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कैंची से हत्या की गई अथवा जिंदा जलने से दम टूटा।
मांगों को लेकर धरना, आश्वासन पर मानें
उधर, शुक्रवार सुबह मृतक का शव मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी लाया गया। परिजन और स्वर्णकार समाज के लोग मोर्चरी के बाहर एकत्रित होने लगे। वे दोषी पुलिसकर्मी को निलम्बित करने, आरोपी को फांसी की सजा दिलाने, निष्पक्ष जांच, आरोपी को मृतक के परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग की। वे धरना देकर बैठ गए। एडीसीपी हरफूलसिंह व अन्य अधिकारियों ने समझाइश की। आरोपी को पकड़ लेने के सथ ही उच्च अधिकारी के निर्देश्न में निष्पक्ष जांच के आश्वासन पर गतिरोध टूटा। तब मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जा सका।
भारतीय नागरिकता मिली
आरोपी राजू व उसका परिवार बीस-पच्चीस साल पहले पाकिस्तान से भारत आए थे और जोधपुर में बस गए थे। राजू व पूरे परिवार को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है।आरोपी राजू माली कुछ समय पहले तक निजी क्लिनिक चलाता था, लेकिन फिर बंद कर दिया था।
Source: Jodhpur