बाड़मेर पत्रिका.
पंजाब, राजस्थान और गुजरात तीनों राज्यों को अब एक पेड़ों की कतार जोड़ेगी जो यहां बन रहे सिक्सलेन ग्रीन कोरीडोर का हिस्सा होगी। 65 प्रतिशत तक अमृतसर-जामनगर सिक्सलेन का कार्य पूर्ण हो गया है। जून 2023 तक यह हाइवे पूरा कर लिया जाएगा। तीन रिफाइनरी और तीन बंदरगाह को जोडऩे वाले इस हाइवे पर अब पेड़ों की कतार लगाने का कार्य भी होगा।
राज्य में बन रहे अमृतसर-भटिंडा-जामनगर सिक्सलेन हाइवे का कार्य 65 फीसदी तक पूर्ण हो गया है। राजस्थान में जमीन अवाप्ति में देरी के कारण जालौर के तीन पैकेज पर कार्य रुका था, जो अब प्रारंभ होने से इसके भी जून 2023 तक पूर्ण होने के आसार है। प्रदेश में हाइवे का हिस्सा 636 किमी है और शेष पंजाब व गुजरात का है।
हरियाली आच्छादित
ग्रीन हाइवे होने से इसके दोनों तरफ दो-दो कतार में पौधे लगेंगे। एक कतार में 335 पौधे एक किलोमीटर में होंग ेऔर दूसरी कतार में 150 के करीब और हाइवे के बीच में झाड़ीनुमा पौधे 636 एक किलोमीटर में लगेंगे। कुल एक किलोमीटर में एक हजार के करीब पौधे लग जाएंगे।
पांच साल में तैयार
बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली से पौधों को सींच जाएगा। इनके लिए जगह-जगह नर्सरी बनाकर पौधे तैयार किए जाएंगे और इन पौधों का चयन जमीन और वातावरण के स्वभाव के हिसाब से किया जाएगा,ताकि वे पनप सके। हॉर्टीकल्चर विशेषज्ञ इसका रखरखाव करेंगे।
ये भी रहेगा खास
फेक्ट फाइल
1316 किमी है कुल लंबाई
1224 किमी निर्माणाधीन
70 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण
636 किमी राजस्थान में
यह भी स्थिति
120 की रफ्तार से दौडेंग़े वाहन
100 किमी रफ्तार पर होगा अलर्ट
16 ट्रोमा सेंटर बनेंगे
40 किमी पर इलेक्ट्रिक चार्जर
खासियत यह भी
03 राज्यों के मिलिट्री स्टेशन जुड़ेगे
03 बंदरगाह कांडला, पोरबंद, मूंदड़ा से जुड़ाव
03 रिफाइनरी भटिंडा-पचपदरा-जामनगर जुड़ेगी
20 जगह बनेंगे हैलीपेड
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Source: Barmer News