बाड़मेर .
पत्थर तोड़ते-तोड़ते बड़े भाइयों ने तय किया कि उनकी जिंदगी भले ही ऐसे गुजर रही है लेकिन अपने छोटे भाइयों को पढ़ाकर सरकारी नौकरी दिलवाएंगे और फिर सात पीढ़ी से चली आ रही मजदूरी की जिंदगी से परिवार को ऊंचा उठाकर सरकारी सेवा की राह पर ले जाएंगे। पत्थरों से दो-दो हाथ करते इन भाइयों ने जो सपना देखा वह पूरा हुआ है। पहले एक भाई पुलिस में सब इंस्पेक्टर बना तो अब दूसरा शिक्षक बना है। कालबेलिया समाज के लिए यह नजीर है और सामाजिक बदलाव की नई दिशा की ओर संकेत कर रही है।
शिक्षा में पिछड़े कालबेलिया समाज के युवाओं ने विपरीत परिस्थितियों में नई पहचान बनाकर समाज का नाम रोशन किया है। वैसे कालबेलिया जाति का नाम सुनते ही मन एक तस्वीर उभरती है कि कानों मे कुंडल, हाथों व गले में रूद्राक्ष की माला और भगवा वस्त्र धारण किया हुआ व्यक्ति। लेकिन इसी तस्वीर को बदलने के लिए कालबेलिया जाति के मीठनाथ ने इतिहास रचा है। मीठनाथ का हाल में रीट लेवल प्रथम में शिक्षक पद पर चयन हुआ। नाथ ने भ्रमित परम्परों को तोड़कर नया इतिहास बदला है। इससे पहले मीठानाथ के बड़े भाई प्रेमनाथ का पुलिस उप निरीक्षक में चयन हुआ था।
परिस्थितियों ने खूब ली परीक्षा
मीठानाथ के बचपन में पिता का साया सिर से उठ गया। घर में कोई कमाने वाला नहीं था, मां पर बेटों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आ गई। 9 साल बाद मां ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। इसके बाद परिवार का बोझ बड़े भाई खमिशनाथ के कंधों पर आ गया। बईया गांव जैसलमेर में कोई रोजगार नहीं मिला तो परिवार पलायन कर भियाड गांव शिव बाड़मेर में आकर रहने लगा। बड़े भाइयों ने दिन रात पत्थर तोड़ कर छोटे भाइयों की पढ़ाई जारी रखी। लेकिन इनसे घरेलू जिम्मेदारियां ही पूरी नहीं हो पाती थी । इसलिए जीवराजसिंह भियाड ने पूरे परिवार को अपने ट्यूबेल पर काश्तकार रख दिया। समय समय पर कई बार पैसों की जरूरत पड़ी तो खुले मन से सहायता की। छोटे भाईयों ने पढ़ाई जारी रखी और लंबे संघषज़् के बाद बड़ा भाई प्रेमनाथ सब इंस्पेक्टर बन गया तो छोटा भाई मीठनाथ हाल ही मे अंतिम रूप से अध्यापक लेवल प्रथम पर चयनित हुआ।
पिछड़े समाज की प्रतिभा ने लोहा मनवाया
बाड़मेर जैसलमेर मे शिक्षा के लिए लिहाज से कालबेलिया समुदाय बहुत पिछड़ा है। दिहाड़ी मजदूरी करके जिंदगी गुजारने तक ही सीमित है। विपरीत परिस्थितियों में बड़े भाई प्रेमनाथ और छोटे भाई मीठनाथ ने कामयाब बनने की ठान ली । बीए करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की बीएसटीसी करने के बाद एमए किया। व राजनीति विज्ञान में नेट जेआरएफ परीक्षा पास की वतज़्मान में असिस्टेंट प्रोफेसर की तैयारी कर रहे है।
Source: Barmer News