Jodhpur Violence Curfew Update – शहर में दोपहर को जब दहशत का माहौल था ठीक उसी वक्त जालोरीगेट के नजदीक गोल बिल्डिंग से सर्वधर्म जाति के 55 दूल्हे दोपहर 12.15 बजे गाजे बाजों व बारातियों के साथ अपनी-अपनी जीवन संगिनियों के साथ परिणय सूत्र में बंधने घोड़े पर सवार होकर अपने भावी दाम्पत्य जीवन के सपने बुन रहे थे। योग्यशाला संस्था के तत्वावधान और समाजसेवी अभिषेक चौधरी के संयोजन में सामूहिक बारात जब सरदारपुरा होते हुए विवाह स्थल गांधी मैदान पहुंची तो पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
सामूहिक विवाह समारोह में जोधपुर महानगर सहित जिले के बिलाड़ा, लोहावट, आऊ, ओसियां, कुड़ी, प्रतापनगर, गुलाब नगर आदि क्षेत्रों के जोड़े शामिल हुए। सूरसागर बड़ा रामद्वारा के महंत संत रामप्रसाद सभी जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्य आचार्य पं. जेठूराम के सान्निध्य में पाणिग्रहण संस्कार की रस्में पूरी की गई। शाम 4 बजे सभी जोड़ों को गृह उपयोगी आवश्यक वस्तुओं के साथ विदाई दी गई। आयोजन समिति सदस्य ने बताया कि समाजसेवी अभिषेक चौधरी व एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष ने 23 जनवरी 2022 को 1008 बहनों के विवाह कराने का संकल्प लिया था जिसमें अब तक 350 से अधिक विवाह हो चुके है।
कर्फ्यू वाले इलाकों में शादियों की रौनक फीकी
जोधपुर. अक्षय तृतीया के अबूझ सावे पर कर्फ्यू का साया रहा। कर्फ्यू वाले इलाकों में वैवाहिक आयोजन प्रभावित हुए। आयोजन की अनुमति के लिए दोपहर बाद संबंधित थानों में शादी वाले परिवारों के लोग चक्कर काटते देखे गए। नागोरी गेट, सरदारपुरा सहित कई इलाकों में शादियों की रौनक फीकी रही। हालांकि बाहरी क्षेत्रों में स्थित मैरिज गार्डन में शादियां धूमधाम से हुई।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड 17 ई सेक्टर के कायस्थ सामुदायिक भवन में अक्षय तृतीया को कृति माथुर के विवाह समारोह में 1200 मेहमानों के लिए प्रीति भोज की व्यवस्था की गई थी लेकिन दोपहर में ही कफ्र्यू की घोषणा के बाद प्रभावित क्षेत्रों में निवासरत अधिकतर मेहमानों ने फोन पर आने में असमर्थता जताई। परिजन सुभाष माथुर ने बताया कि कफ्र्यू की घोषणा से 700 लोगों का भोजन कम करना पड़ा। सुबह का भोजन भी मेहमानों के नहीं आने से पड़ा रह गया। दुल्हन के परिजन पंकज माथुर ने बताया कि पुष्प विक्रेता ने भी सुबह शहर के हालात बिगड़ते देख तुरंत वरमाला ले जाने को कहा अन्यथा ऑर्डर कैंसिल कर देने का निवेदन किया।
आनन फानन में पहुंचाया दूल्हे का सेहरा
सरदारपुरा क्षेत्र के दूल्हा मेकर्स संचालक रूपेश माथुर ने बताया कि कफ्र्यू की घोषणा होते ही प्रतिष्ठान बंद कर घर के लिए रवाना हो गए। लेकिन बारहवीं रोड पहुंचने पर मुझे एक दूल्हे का सेहरा, 25 साफे और शेरवानी ऑर्डर पूरा करने का ध्यान आया। आनन फानन में साफा बांधने वालों से संपर्क कर बारहवीं रोड बुलाया और साथ ले जाकर विवाह स्थल सिंधु पुष्टिकर भवन में दूल्हे मयंक व अन्य मेहमानों के साफे दोपहर में तैयार करवाए।
आखातीज की परम्परागत खरीदारी ठप
अक्षय तृतीया को जोधपुर के सभी प्रमुख बाजार सरदारपुरा, त्रिपोलिया, जालोरीगेट, सोजतीगेट, नई सड़क आदि क्षेत्र के कपड़ों, आभूषण व इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट के प्रतिष्ठान बंद होने से परम्परागत खरीदारी नहीं हो सकी। दुकानदारों में निराशा छाई रही। आखातीज को कीमती धातुओं और वस्त्र की खरीदारी को शुभ माना जाता है।
दो साल बाद भी ईद का उत्साह काफूर
कोविड के कारण पिछले दो साल ईद उल फितर पूरे परिवार के साथ नहीं मनाया जा सका था। ऐसे में इस साल लोगों में खासा उत्साह था। कमला नेहरू नगर निवासी सुलेमान मोदी ने बताया कि परिवार व दोस्तों के साथ ईद मनाने के लिए पिछले चार दिनों से तैयारी की थी। तेलियों के मस्जिद के पास निवासरत बहन फातिमा के घर पर परिवार के साथ खीर सेवइयां व मिठाइयों की तैयारी की गई थी। लेकिन कफ्र्यू के कारण सबकुछ धरा रह गया। कफ्र्यू के कारण ना तो बहन मिलने मेरे घर आ सकी और ना हम उसके वहां जा सके।
Source: Jodhpur