बाड़मेर. शहर के सिणधरी चौराहे से नेहरू नगर की ओर जाने वाली क्षतिग्रस्त सड़क का पेचवर्क किया गया है। यहां पर लम्बे समय से टूटी सड़कों के जख्मों को गुरुवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से भरा गया।
यहां बड़े-बड़े गड्ढ़ों के कारण हरदम हादसे की आशंका लगी रहती है। राहगीरों व वाहन चालकों की पीड़ा व हादसे की आशंका को उजागर करते हुए राजस्थान पत्रिका ने 19 नवम्बर के अंक में ‘शहर के प्रवेश द्वार पर मंडरा रहा खतराÓ समाचार का प्रकाशन किया। इसके बाद जिम्मेदारों ने सड़क की सुध लेते हुए मरम्मत करवाई है।
3 माह से थी समस्या
सिणधरी चौराहे के आसपास व बस स्टैंड के सामने लगभग तीन माह से दोनों तरफ सड़के टूटी होने से वाहन चालकों के साथ आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
साथ ही यह शहर का मुख्य रास्ता होने के कारण यहां पर सुबह से शाम तक सैकड़ों वाहनों की आवाजाही रहती है। बारिश के दौरान तो हादसे की आशंका और बढ़ी थी।
अब मंडरा रहा अंधेरे का खतरा
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से टूटी सड़क की मरम्मत के बाद लोगों की राह तो आसान हुई लेकिन बड़ी समस्या यह है इस रास्ते पर अधिकांश रोड लाइटें बंद होने के कारण रात में खतरा मंडरा रहा है। लोगों को अब रोड लाइटें जलने का इंतजार है।
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Source: Barmer News