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गिड़ा@

क्षेत्र के सिसोदिया पाना निवासी शहीद मंगनाराम कड़वासरा सन 1971 के भारत पाक युद्ध के दौरान पंजाब के फाजिल्का सेक्टर में दुश्मनों से लोहा लेते वक्त शहीद हो गए मगर युद्ध की सहालातों को देखते हुए उनका शव नहीं ला पाए व युद्ध भूमि में ही शहीद का अंतिम संस्कार किया गया । उसके बाद से लेकर आज दिन तक शहीद के गाँव मे उनके नाम का कोई नामो निचान तक नहीं होने के कारण हर साल शहीद की पुण्यतिथि पर उसके परिजन शहीद मंगनाराम की तस्वीर को लेकर कभी इधर यो कभी उधर के स्थानों पर रखकर उस पर फूल चढ़ाकर उसको श्रदांजलि देते थे। परंतु शहीद के पोते प्रह्लाद राम ने हिम्मत करी व घर से लेकर जिला मुख्यालय सैनिक कल्याण बोर्ड अजमेर,बीकानेर ,जयपुर व दिल्ली तक चक्कर लगाने के बाद आखिर कार उसका सपना आज पूरा हुआ सिसोदिया पाना स्कूल का नाम शहीद मंगनाराम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय होने पर घर परिवार सहित ग्रामीणों ने खुशी जाहिर की।

लंबे समय से थी मांग आज हुई पूरी।
शहीद परिवार के प्रह्लाद का कहना है कि शहीद मंगनाराम के नाम से स्कूल व गांव में शहीद स्मारक बनाने को लेकर हमने जब से पहल की तब से लेकर आज दिन तक राजस्थान पत्रिका ने पुरजोर तरीके से मांग उठाई। जिसकी बदौलत ही आज यह काम हुआ। आभार राजस्थान पत्रिका टीम का।

पूर्व कैबिनेट मंत्री व बायतु विधायक का जताया आभार।

शहीद के पीते प्रह्लाद का कहना है कि शहीद का दर्जा दिलाने से लेकर उसके नाम विद्यालय करवाने के लिए मैं पिछले 8 साल से मेहनत कर रहा हूँ मगर मेरे को केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला परंतु जब से मैं हरीश चौधरी से मिलकर पूरी बात बताई तो चौधरी ने पूरा भरोसा दिलाया व कहा कि आपको कही भी दिक्कत आये मेरे से बात करना में करवाऊंगा सब काम हौसला बढ़ा और फाइल उठाई ओर सरकार ने नियमो को देखते हुए काम हुआ।जिसमें जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी व गिड़ा प्रधान जानकी चौधरी व जिला परिषद सदस्य खेराजराम हुड्डा का भी सहयोग रहा जिसकी बदौलत आज गिड़ा के सिसोदिया पाना स्कूल का नाम शहीद मगनाराम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हुआ। राज्य सरकार ने आखिरकार एक शहीद की पुकार सुनकर विद्यालय का नाम शहीद मंगनाराम करने पर सभी जन प्रतिनिधियों का आभार वही हमे खुशी हैं।

प्रहलादराम कड़वासरा शहीद मंगनाराम का पोता।

Source: Barmer News

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