गिनती में मिले 1710 वन्य जीव
-संसाधनों के अभाव में वन कर्मियों ने की वन्यजीवों की गणना,
रात्रि में गणना करने वाले वनकर्मियों के पास टॉर्च, डंडा व सुरक्षा उपकरणों की कमी खली
खारिया मीठापुर (जोधपुर) . धवल चांदनी में सात वाटर हॉल केंद्रों पर वन्यजीव गणना की गई। इस गिनती के तहत वन्यजीव 24 घंटे में पानी की तलाश में वाटर पाइंट व पानी टांकों पर पहुंचे वन्यजीवों की गणना की गई। लेकिन रात्रि में वन्यजीवों की गणना करने वाले वन्य कर्मियों के पास संसाधनों की कमी काफी अखरी। हालांकि गणना में विभिन्न प्रजातियों के 1710 वन्यजीव चिह्नित किए।
चिरढाणी व तिलवासनी गांव में रात्रि में गई वन कर्मियों द्वारा की वन्यजीवों की गणना के दौरान उनके पास टॉर्च, डंडा व सुरक्षा के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं थे।
ऐसे में रोशनी के अभाव में कई वन्यजीव दिखाई नहीं दिए जो गणना के आंकड़ों में नहीं आ पाए। वन विभाग रेंजर रतन सिंह पूनिया ने बताया कि 16 मई सुबह 8 बजे गणना शुरू हुई जो 17 मई सुबह 8 बजे तक हुई। वाटर प्वाइंट पर आने वाले वन्यजीवों को की वनकर्मी और वालंटियर ने गणना शीट में दर्ज किए। गणना 2022 -23 में बिलाड़ा वन विभाग रेंज अधीन कार्यरत वन कर्मियों का गणना दल गठन कर क्षेत्र में 7 वाटर पॉइंट बनाए गए।
यहां हुई वन्यजीवों की गणना
क्षेत्रीय वन अधिकारी रतन सिंह पूनिया ने बताया कि लटियाली नाड़ी चिरढाणी पर अनोप चौधरी वनपाल, रामेश्वरी वनरक्षक व मांगीलाल विश्नोई कैटल गार्ड, गवाई तालाब ओळवी पर विजेंद्र सिंह व कोजाराम कैटल गार्ड, संग्राम बिश्नोई की ढाणी लांबा पर मेहराराम व पेमाराम कैटल गार्ड, देवरिया नाडा भावी प्रकाश राम वनरक्षक व स्थानीय वन्य जीव प्रेमी, गजरालीनाडी तिलवासनी पर सीताराम बेलदार व रामदीन वन्य प्रेमी, कानजी मूंद की ढाणी चिरढाणी भीकाराम व रामनाथ व दंड नदी बुचेटी पर मोहनलाल राजेंद्र सिंह भाटी टीम के साथ गणना की। गणना में 550 मोर, 460 हिरण, 550 नीलगाय, 150 खरगोश, 250 सूअर व 50 लोमड़ी सहित कुल 1710 वन्यजीव दिखाई दिए।
Source: Jodhpur