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जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के ओल्ड कैंपस में शुक्रवार को एलएलबी प्रथम वर्ष की परीक्षा में विधायक पुत्र के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे एवजी परीक्षार्थी के मामले में विश्वविद्यालय और पुलिस आमने-सामने हो गए हैं। विधि संकाय की डीन ने कहा कि फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ कर न सिर्फ पुलिस को सौंपा गया, बल्कि एफआइआर भी दी गई। संकाय के तीन शिक्षक थाने गए, लेकिन पुलिस ने कोई रीसिप्ट नहीं दी। जबकि पुलिस शनिवार को भी दावा कर रही कि विवि ने कोई रिपोर्ट नहीं दी।

डीन प्रो. चंदनबाला ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में शुक्रवार को हुए घटनाक्रम का ब्यौरा दिया। उन्होंने में बताया कि महेश पुत्र हीराराम की जगह सुदर्शन नाम का डमी अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचा था। प्रवेश पत्र में फोटो मैच नहीं होन पर उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

यह है मामला
जेएनवीयू ओल्ड कैंपस में शुक्रवार को एलएलबी प्रथम वर्ष की परीक्षा में विधायक पुत्र के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे युवक ने परीक्षा केंद्र में सबके सामने किसी अन्य की जगह परीक्षा देने आने की बात कबूल की थी। विवि ने पुलिस बुलाकर उसे उदयमंदिर थाना पुलिस को सौंप दिया। मामले में विधायक का नाम आने के बाद सकते में आए पुलिस व विवि प्रशासन ने देर रात तक मामले को दबाने की कोशिश की। पुलिस ने तो एवजी अभ्यर्थी को छोड़ भी दिया। अब विवि एवजी अभ्यर्थी और एफआइआर देने का दावा कर रहा है, लेकिन पुलिस अब भी कब रही है कि कोई शिकायत नहीं मिली।

तथ्यात्मक रिपोर्ट में भी खुलासा
विधि संकाय से विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार को भेजी गई तथ्यात्मक रिपोर्ट में भी शुक्रवार सुबह एलएलबी परीक्षा के दौरान हुए घटनाक्रम का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में एवजी अभ्यर्थी को पकड़ने से लेकर पुलिस बुलाने और थाने में शिकायत देने का विस्तृत उल्लेख है।

पुलिस का अब भी इनकार
इधर उदयमंदिर थाने के एसआइ सोहनलाल का कहना है कि विवि ने थाने में कोई भी लिखित शिकायत नहीं दी और न ही कोई एफआइआर दर्ज हुई है। यदि विवि लिखित शिकायत देता तो तुरंत एफआइआर दर्ज कर लेते। विवि का कोई अधिकारी-कर्मचारी शनिवार को भी थाने नहीं आया।

Source: Jodhpur

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