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बाड़मेर शहर के राय कॉलोनी में रविवार को दिनदहाड़े हुए मोतीसिंह अपहरण प्रकरण का पुलिस ने मंगलवार शाम खुलासा किया, खुलासे के मुताबिक मोतीसिंह व रेणू के प्रेम विवाह से खफा रेणु की माता व भाई ने मोती के हाथ-पांव तोडऩे के लिए 9.51 लाख रुपए की सुपारी दी। पुलिस ने रेणु की मां, भाई व सुपारी का सौदा करवाने वाले बिचौलिये को गिरफ्तार किया। सुपारी लेकर वारदात को अंजाम देने वालों की तलाश जारी है।

पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर बाड़मेर निवासी मोतीसिंह व रेणु पुत्री देवकुमार निवासी इन्द्रानगर ने कुछ समय पहले प्रेम विवाह किया था। इससे रेणु का परिवार का खुश नहीं था। रेणु के भाई राजकुमार ने अपने पुराने मित्र हिन्दूसिंह पुत्र लखसिंह निवासी महाबार से सम्पर्क किया और मोतीसिंह को सबक सिखाने की गुजारिश की। इसके बदले में उसने रुपए देने की पेशकश की। हिन्दूसिंह ने उसे पृथ्वीसिंह पुत्र आम्बसिंह निवासी महाबार से मिलवाया और षड्यंत्र का जाल बुना।

पृथ्वी को दिए 9.51 लाख रुपए

पुलिस के अनुसार राजकुमार ने अपनी मां कमलादेवी को बताया कि उसकी महाबार की एक गैंग से बात हुई है। नौ लाख इक्यावन हजार रुपए लेकर वह मोतीसिंह के हाथ-पांव तोड़कर उसे आजीवन विकलांग करने के लिए तैयार है। इस पर कमलादेवी ने अपने पुत्र राजकुमार को यह राशि दे दी। राजकुमार ने सुपारी की यह रकम हिन्दूसिंह के मार्फत पृथ्वीसिंह के सुपुर्द कर दी।

पंद्रह दिन से फिराक में थे

पुलिस के मुताबिक आला दर्जे के नकबजन पृथ्वीसिंह ने करीब पंद्रह दिन पहले सुपारी ली थी। सुपारी लेने के बाद से वह मोतीसिंह के अपहरण की फिराक में था। रविवार शाम पांच बजे उसने अपने गुर्गों के साथ मिलकर राय कॉलोनी स्थित पांच बत्ती चौराहे से मोती का अपहरण कर लिया और उसके हाथ-पांव तोड़ कर उसे देरासर के पास सड़क किनारे फेंक दिया। पृथ्वी चोरी व नकबजनी के मामलों में सजायफ्ता है। वहीं सुपारी की सौदेबाजी करवाने वाला हिंदूसिंह ओएस मोटर्स में 74 लाख रुपए की लूट की के मामले में सजा काट चुका है।

ऐसे हुआ खुलासा

वारदात के तुरंत बाद शक की सूई रेणु के परिवार की ओर घूम गई। पुलिस ने रेणु के भाई राजकुमार व मां कमला से कठोरता से पूछताछ की। पूछताछ से मिली राह के बाद पुलिस ने हिन्दूसिंह को पकड़ा। तीनों ने पूरी सच्चाई उगल दी। पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि पृथ्वीसिंह की तलाश जारी है। उसके गिरफ्त में आने के बाद वारदात में शामिल अन्य आरोपितों का खुलासा होगा।

खुलासे में इनका योगदान

पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह व पुलिस उप अधीक्षक आनंदसिंह की निगरानी में शहर कोतवाल उगमराज सोनी, एसआई लूणाराम, हैड कांस्टेबल रावताराम, भादरराम, अमीन खां, महीपालसिंह, प्रेमाराम, कांस्टेबल भूपेंद्र्सिंह, लूंभाराम, अर्जुनसिंह, नखतसिंह, ममता, राजकुमार व स्वरूपसिंह ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए वारदात का खुलासा किया।

Source: Barmer News

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