REET Exam: जोधपुर. राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के पहले ही दिन शनिवार को पहली पारी में आइटीआइ कॉलेज में तृतीय श्रेणी शिक्षक व उदयमंदिर थानान्तर्गत सोजती गेट में उम्मेद कन्या सीनियर सैकेण्डरी स्कूल में एक युवक को बतौर फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार किया। शिक्षक तीन लाख रुपए में फर्जी अभ्यर्थी बना, जबकि एसआई परीक्षा उत्तीर्ण दूसरा युवक अपने फुफेरे भाई को शिक्षक बनाने के लिए परीक्षा देने आया था।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) गौरव यादव ने बताया कि राजकीय आइटीआइ कॉलेज में फर्जी अभ्यर्थी की सूचना पर सहायक पुलिस आयुक्त चक्रवतीसिंह राठौड़ व शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेन्द्रसिंह ने कॉलेज पहुंच दस्तावेज जांचें। इस दौरान प्रेमप्रकाश बिश्नोई की जगह जूंजाराम जांगू पुत्र मंगलाराम बिश्नोई परीक्षा देते मिला। पुलिस ने राजस्थान परीक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर बाड़मेर के धोरीमन्ना थानान्तर्गत कोजा गांव निवासी जूंजाराम को गिरफ्तार किया। बाड़मेर के सेड़वा थानान्तर्गत सोनड़ी गांव निवासी मूल अभ्यर्थी प्रेमप्रकाश पुत्र जगदीश खिलेरी की तलाश की जा रही है।
तीन लाख लेकर फर्जी परीक्षार्थी बना शिक्षक
शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेन्द्रसिंह के अनुसार आरोपी जूंजाराम तृतीय श्रेणी शिक्षक है। वर्ष 2019 में उसकी नियुक्ति हुई थी। अभी वह धोरीमन्ना तहसील में नेड़ी ढाणी के पास राजकीय प्राथमिक विद्यालय भागीरथ की ढाणी में पदस्थापित है। फर्जी परीक्षार्थी बनने के लिए उसने प्रेम प्रकाश से तीन लाख रुपए लिए। चयन होने पर कुछ और राशि भी मिलनी थी।
थानेदार बनने से पहले फर्जीवाड़ा
उदयमंदिर थानान्तर्गत सोजती गेट स्थित उम्मेद कन्या सीनियर सैकेण्डरी स्कूल में भोजासर के हनुमान नगर निवासी महेश कुमार पुत्र किशनाराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया। वह ओसियां तहसील के हाणिया में मगरा नगर निवासी रविताश पुत्र रामनारायण बिश्नोई की जगह परीक्षा देने पहुंचा था, लेकिन दस्तावेजों की जांच में चेहरा मिलान न होने पर पकड़ में आ गया। केन्द्राधीक्षक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महेश कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि महेश मूल अभ्यर्थी रविताश का फुफेरा भाई है। महेश ने आरएएस मुख्य परीक्षा दे रखी है। वह पुलिस उप निरीक्षक (एसआइ) की लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा पास कर चुका है। अब साक्षात्कार होना है। साथ ही उसने ग्राम विकास अधिकारी (बीडीओ) भर्ती परीक्षा भी दे रखी है।
एएसपी करेंगे जांच
प्रतियोगी परीक्षा में नकल या फर्जी अभ्यर्थी के पकड़े जाने के मामले में नए प्रावधान के तहत अब दोनों मामलों में धोखाधड़ी की धाराएं भी जोड़ी गईं हैं। दोनों मामलों की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी ही करेंगे।
Source: Jodhpur