अमित दवे/जोधपुर. उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को जल्द ही कुल्हड़ चाय की सोंधी खुशबू मिलेगी। यात्री स्टेशन पर कुल्हड़ चाय का लुत्फ उठा सकेंगे। कुल्हड़ चाय प्रदेशभर के 22 स्टेशनों पर शुरू की जाएगी। सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने के लिए यह पहल की गई है।
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प्रदेश के इन स्टेशनों पर शुरू होगी कुल्हड़ चाय
इसमें जोधपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, सूरतगढ़, पाली, बाड़मेर, नागौर, जैसलमेर, भगत की कोठी, लूणी, जयपुर, झुंझूनू, दौसा, गांधीनगर, दुर्गापुरा, सीकर, अजमेर, उदयपुर, सिरोही रोड, आबू रोड शामिल है। रेलवे की ओर से देश के करीब 400 स्टेशनों को शामिल किया गया है।
वाराणसी-रायबरेली में उत्साहवर्धक परिणाम
खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष वीके सक्सेना ने पिछले वर्ष केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से प्लास्टिक बर्तनों के स्थान पर कुल्हड़ और मिट्टी के बर्तनों के उपयोग का अनुरोध किया था। एक पायलट परियोजना के तहत वाराणसी और रायबरेली रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ चाय शुरू की गई। वहां छह माह की रिपोर्ट उत्साहवर्धक पाई गई। इस पर इसका विस्तार किया गया है।
कुम्हार वर्ग सशक्त होगा
केवीआईसी ने कुम्हार समुदाय को सशक्त बनाने के लिए पिछले वर्ष कुम्हार सशक्तिकरण योजना शुरू की थी और पत्थरों के पुराने चाकों के स्थान पर 10 हजार इलेक्ट्रिक चाकों का वितरण किया था। अब 400 रेलवे स्टेशनों की जरुरतों की पूर्ति के लिए देश भर में 30 हजार इलेक्ट्रिक चाक वितरित कर प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ कुल्हड़ तैयार किए जाएंगे।
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इनका कहना है
स्टेशनों पर कुल्हड़ चाय एक अनूठा प्रयोग है। इससे न केवल सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने में मदद मिलेगी बल्कि मिट्टी का काम करने वाले भी प्रोत्साहित होंगे।
– गोपाल शर्मा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, जोधपुर मण्डल
Source: Jodhpur