सिणधरी उपखंड पुलिस थाना क्षेत्र के भूका भगतसिंह करना सड़क पर रविवार को पकड़ी गई अवैध जीरा बनाने की फैक्ट्री में पशु आहार की आड़ में नकली जीरा बनाया जा रहा था। पुलिस ने नकली जीरा बरामद कर आरोपी फैक्ट्री मालिक गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि नकली जीरा बनाने की दिल्ली से में ट्रेनिंग दी गई थी और यह नकली जीरा राजस्थान में बना कर गुजरात व महाराष्ट्र में बेचा जा रहा था। पुलिस ने नकली जीरा, फूल घास ,तरस गुड़, पत्थर पाउड व काला पाउडर बरामद किया है।
थानाधिकारी सुरेंद्रकुमार ने बताया कि पशु आहार की आड़ में नकली जीरा बनाने की फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली जीरा बनाने की सामग्री जब्त कर फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार किया गया। फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर रेवतसिंह मौके पर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में नकली जीरा बनाने की फैक्ट्री सीज कर माल कब्जे में लिया गया। पुलिस ने सोमवार देर रात तक नकली जीरे व अन्य सामग्री को जब्त कर ट्रकों में डाल कर पुलिस थाने लाई।
कांटा व मशीनरी जब्त
पुलिस के अनुसार भूका भगतसिंह करना सड़क पर नकली जीरा बनाने की फैक्ट्री से पुलिस ने 19150 किलोग्राम नकली जीरा, 1480 किलोग्राम नकली जिला बनाने में प्रयुक्त होने वाले फूल घास, पत्थर पाउडर [सोप स्टोन] 1060 किलो, तरल गुड सिरा 4800 किलोग्राम, काला पाउडर कार्बन पाउडर 40 किलो ग्राम सहित अन्य माप तोल करने के लिए प्रयुक्त में लिए जाने वाला कांटा व मशीनरी जब्त की गई।
इस तरह से बनाया जा रहा था नकली जीरा
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी फैक्ट्री मालिक ने बताया कि फूल घास में तरल गुड़ मिला कर हाथों से अच्छी तरह मिलाया जाता है, फिर वह पत्थर पाउडर [सॉपस्टोन] मिलाकर सुखाया जाता है। बाद में छलनी से छानकर एक साइज का तैयार जीरा करके रंग के लिए कार्बन पाउडर मिला कर पैक किया जाता है। जो बाद में असली जीरा में मिलावट करने के लिए गुजरात व महाराष्ट्र आदि स्थानों पर भेजा जाता था।
दिल्ली से ली जीरा बनाने की ट्रेनिंग
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उसने नकली जीरा बनाने का तरीका दिल्ली से सीखा था। यहां पर पशु आहार की आड़ में लगभग 2 महीने से नकली जीरा बनाने का कार्य चल रहा था।
Source: Barmer News