जोधपुर।
जिले में एक किशोरी परिचित की मदद से रात के अंधेरे में बगैर किसी को बताए घर से निकल (minor girl missing from house) गई और पुलिस अधिकारी के बंगले पहुंची। अधिकारी के न मिलने पर पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) (CWC) के समक्ष पेश किया, जहां उसने मां पर तंग-परेशान व शोषण करने के गंभीर आरोप लगाए। अब दुबारा काउंसलिंग में वह बयान से पलट गई और मां के घर जाने की इच्छा जता दी।
समिति के अध्यक्ष धनपत गूजर ने बताया कि एक किशोरी तीन दिन पहले अपने किसी परिचित के साथ घर से निकल गई थी। वह पुलिस के पास पहुंची और मां पर गंभीर आरोप लगाए। पुलिस ने उसे समिति के समक्ष पेश किया। काउंसलिंग करवाने पर भी किशोरी ने मां पर अत्याचार व शोषण करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए। उसने घर जाने से इनकार कर दिया। तब समिति ने उसे बालिका गृह भिजवा दिया।
अब सीडब्ल्यूसी की तरफ से किशोरी की दुबारा काउंसलिंग करवाई गई। जिसमें वह तीन दिन पहले दिए बयान से पलट गई। इस बार उसने बहन की शादी होने के चलते मां के पास जाने की इच्छा जताई।
तीन दिन के भीतर ही विरोधाभासी बयानों से समिति के पदाधिकारी व काउंसलिंग करने वाले भी अचरज में पड़ गए।
पहले वाले गलत या इस बार दबाव में दिए
फिलहाल किशोरी को बालिका गृह में ही रखा गया है। सीडब्ल्यूसी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किशोरी के कौन से बयान सही हैं। उसने पहले जो बयान दिए थे वो किसी के दबाव में दिए थे अथवा इस बार वह किसी दबाव में बात कर रही है।
पुत्री नहीं मिली तो मां पहुंची थाने
उधर, नाबालिग पुत्री को घर से गायब पाकर परिजन सकते में आ गए। उन्होंने अपने स्तर पर तलाश शुरू की। फिर मां संबंधित थाने पहुंची और पुत्री के गायब होने की सूचना दी।
Source: Jodhpur