लेह.
तीन साल पहले जब लद्दाख को जम्मू-कश्मीर J&K से अलग कर केन्द्र शासित प्रदेश बनाया था तो उसके लिए विकास का एक खाका भी खींचा गया। इसमें पर्यटन Tourism एक मुख्य बिन्दू था, लेकिन लद्दाख अब पर्यटन व इंफ्रास्टक्चर के साथ पावर सेक्टर Power Sector में एक बड़ी ताकत बन कर उभर रहा है। यह बात लेफि्टनेंट गर्वनर आर.के माथुर ने पीआईबी PIB की ओर से प्रेस ट्यूर में शामिल पत्रकारों से बातचीत में कही। पत्रिका के लिए लेह-लद्दाख से अविनाश केवलिया की रिपोर्ट। बातचीत के कुछ अंश….
राजस्थान के मुकाबले 10 प्रतिशत ज्यादा सोलर उत्पादन
Rajasthan सोलर एनर्जी के उत्पादन में अग्रणी है, लेकिन लद्दाख की भौगोलिक िस्थति ऐसी है कि यहां सूर्य की किरणों का रेडिएशन Radiation ज्यादा होने से राजस्थान से 10 प्रतिशत ज्यादा सोलर उत्पादन Solar Generation हो सकता है।
5 लाख पर्यटकों का आंकड़ा छुआ
लद्दाख की Economy का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर है। इस साल सीजन में 5 लाख पर्यटक अभी तक आ चुके हैं। सीजन में प्रत्येक माह 80 हजार से ज्यादा पर्यटक का स्वागत करता है, जबकि लेह की खुद ही आबादी 35 हजार के करीब है। 50 प्रतिशत लोग इस व्यापार से जुड़े हैं।
काम जो लैंडमार्क बनेंगे
– कश्मीर से कनेक्टिविटी के लिए जोजिला टनल का काम 20 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।
– बोर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने पिछले साल 800 करोड़ में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है।
– लद्दाख के 60 प्रतिशत हिस्से में 24 घंटे बिजली उपलब्ध है।
– होम स्टे को बढ़ावा देने के लिए 550 नई स्वीकृतियां जारी की हैं।
– 50 प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचा है, पहले यह आंकड़ा महज 5 प्रतिशत था।
– जमीन में एक मीटर नीचे पानी की पाइप लाइन बिछाते हैं, जिससे सर्दियों में पानी न जमे।
– मेडिसिनल प्लांट एफरडिन का उत्पादन ज्यादा है, अब इसका कर्मशियल उपयोग की योजना बन रही है।
– कल्चर को प्रमोट करने के लिए कई फेस्टिवल हो रहे हैं।
Source: Jodhpur