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रामसर /बाड़मेर. बाड़मेर जिले के रामसर आगोर में एक युवक पशुओं की जिंदगी बचाते खुद की जिंदगी से हाथ् धो बैठा। इस दौरान कुछ दूरी पर बैठी पत्नी व बच्चे चिल्ला कर उसको रेलगाडी आने का आगाह करते रहे लेकिन वह उनकी आवाज नहीं सुना पाया और रेल की चपेट में आ गया। दरअसल रामसर उपखंड मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर रामसर आगौर में बुधवार को पौने 12 बजे मुनाबाव से आती ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक मौत हो गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रामसर निवासी अशोक पुत्र सांगाराम उम्र 38 वर्ष घर से 3 किमी दूर स्थित अपने खेत में काम करने जा रहा है। खेत जाते हुए रास्ते में पटरी पर जा रहे पशुओं को बचाते समय पीछे से आती हुई ट्रेन को नहीं सुनने से ट्रेन की चपेट में आ गया ।जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ट्रेन की चपेट में आने के बाद उसका पूरा शरीर क्षत-विक्षत हो गया । घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर एकत्र हुए। पुलिस ने परिजनों को सूचित किया गया । पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर रामसर अस्पताल में रखवाया गया।

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सौ मीटर दूर परिवार, नहीं बचा पाया- घटनास्थल के करीब 100 मीटर की दूरी पर उनके पत्नी और बच्चे उस के आने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने अपने आंखों के सामने रेल के आगे आने की घटना को देखा । उन्होंने उसे पटरी से हटने के लिए खूब आवाज लगाई , लेकिन सुन ही पाया और देखते ही देखते ट्रेन की चपेट में आ गया। घटना के बाद परिवार वाले सदमे में है । घटना के बाद बेटी और पत्नी रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।

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मा-पिता नहीं दुनिया में- जानकारी के अनुसार अशोक के माता पिता दुनिया में नहीं है। इनके पिता की 2005 में कमठे का काम करते हुए हार्ट की समस्या के चलते मृत्यु हो गई थी। वर्ष 2020 में उसकी मां का भी साया सिर से उठ गया ।अशोक के एक बड़ा भाई है । दोनों भाई शादीशुदा है । अशोक की शादी वर्ष 2002 में हुई थी ।इनके दो लड़कियां एवं 2 लड़के है। दो छोटे-छोटे लड़के है। दोनों लड़कियां बड़ी है, परिवार की आर्थिक हालात ठीक नहीं है।

Source: Barmer News

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