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60 फीसदी बन गई हमारी रिफाइनरी,2023 में बन जाएगी 07 इकाइयां
रतन दवे
बाड़मेर पत्रिका.
वर्ष 2022 के आखिरी दिनों में बड़ी खुशी की खबर है कि हमारी रिफाइनरी का 60 प्रतिशत काम पूर्णता की ओर है। सबकुछ सही रहा तो मार्च में 03 और जून में 04 यानि सात इकाइयां पूर्ण कर लेंगे। 2024 में सभी 23 इकाइयों के साथ सपनों की रिफाइनरी तैयार होगी। पचपदरा में 30 हजार से अधिक मजदूर-इंजीनियर्स की दिन-रात की मेहनत अब रंग दिखाने लगी है।
अब तक
– 24 हजार करोड़ खर्च
– 64 हजार करोड़ के कार्यादेश
– 60 फीसदी कार्य पूर्ण
– 13 कुल मैकेनिकल इकाइयां मार्च 2024 तक
– 4 इकाइयां 2023 मार्च तक
-03 इकाइयां जून 2023 तक
– पानी, क्रूड व अरब मिक्स क्रूड ऑयल की पाइपलाइनों का कार्य द्रुत
फैक्टफाइल
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जनवरी 2018 को किया कार्य शुभारंभ
– 2022 अक्टूबर को प्रोजेक्ट पूरा होने का किया था वादा
– 43129 करोड़ में बनना था पूरा प्रोजेक्ट
– 75000 करोड़ का पहुंच गया है आंकड़ा
– 03 साल कोरोनाकाल में काम हुआ प्रभावित
इन इकाइयों को सितम्बर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य
1. क्रूड डिस्टीलेशन यूनिट (सीडीयू)
2. डीले कॉकर यूनिट (डीसीयू)
3. डीजल हाइड्रोट्रिटिंग यूनिट
4. हाइड्रोजन जनरेशन यूनिट
5. ड्यूअल फीड क्रेकर यूनिट
6. पेट्रोकेमिकल फ्लुडाइज्ड केटेलिटिक क्रेकिंग यूनिट
7. वेक्यूम गैस ऑयल हाइड्रोट्रिटिंग यूनिट
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दूसरी लहर ने झकझौर दिया
कोविड की पहली लहर में करीब चार माह तक रिफाइनरी का कार्य प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष प्रभावित रहा। दूसरी लहर से पहले इसको मुख्यमंत्री ने हाथ में लेकर कार्य की गति बढ़ाई लेकिन दूसरी लहर आते ही ऑक्सीजन की कमी हो गई। निर्माणाधीन रिफाइनरी में प्रयोग में लिए जा रहे ऑक्सीजन स्टोरेज के प्लांट अधिग्रहित कर लिए गए। ऐसे में कार्य पूर्णतया बंद हो गया। श्रमिक भी लौट गए।
Source: Barmer News