जोधपुर।
जिले के भुंगरा गांव की गैस दुखान्तिका (Bhungara Gas tragedy) में दो और महिलाओं को राहत (Two more lady patient discharged) मिली है। 21 दिन तक जिंदगी व मौत से संघर्ष करने के बाद दोनों महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब दूल्हे सहित आठ और महात्मा गांधी अस्पताल (8 pateint still admitted in hospital) में भर्ती हैं।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार गैस दुखान्तिका में भर्तीभुंगरा गांव निवासी भंवर कंवर (35) पत्नी गणपतसिंह और पूनम (25) पत्नी सांगसिंह की तबीयत में सुधार हुआ है। ऐसे में दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। पूनम कंवर दूल्हे सुरेन्द्रसिंह की भाभी है। हादसे में अब तक 35 जनों की मौत हुई है।
61 में से 12 स्वस्थ्य, आठ अभी भी भर्ती
गत 8 दिसम्बर को भुंगरा में सुरेन्द्रसिंह पुत्र सगतसिंह की शादी समारोह में बारात रवाना होने से कुछ देर पहले गैस के दो सिलेण्डर फट गए थे। जिससे वहां भीषण आग लग गई थी। दूल्हे सहित 61 लोग झुलस गए थे। दूल्हे के मासूम भतीजा व भतीजी जिंदा जल गए थे। 61 जनों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब तक 12 जनों को छुट्टी दी गई है। 33 और लोगों की मौत हो गई थी। अब पप्पू कंवर (30) पत्नी लखसिंह, पप्पू कंवर (40) पत्नी इन्द्रसिंह, रूकमा कंवर (45) पत्नी भान सिंह, सुरेन्द्रसिंह (30) पुत्र सगतसिंह, जालमसिंह (25) पुत्र नाथूसिंह, गंवरी कंवर (20) पत्नी मूलसिंह, अणची कंवर (28) पत्नी मूलसिंह और भोपाल सिंह (22) पुत्र कानसिंह अभी भी भर्ती हैं।
Source: Jodhpur