जोधपुर।
शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित हो रही टेक्सटाइल इकाइयों से निकलने वाले केमिकलयुक्त पानी की समस्या का अब इलाज होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना में करीब 20 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए है। इसमें करीब 14 करोड़ रुपए नई पाइललाइन बिछाने के लिए स्वीकृत किए गए है। वहीं इस कार्य में सड़क के क्षतिग्रस्त होने पर पुन: मरम्मत के लिए भी 6 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए है।रीको मुख्यालय की अनुशंसा पर केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना में इस प्रोजेक्ट को शामिल करते हुए राशि स्वीकृत की है।
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अब बिछाई जाएगी 15 किमी लम्बी पाइपलाइन
वर्तमान पाइपलाइन के साथ ही अब अलग 15 किलोमीटर की नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इससे टेक्सटाइल इकाइयों का निस्तारित पानी पाइपलाइन के माध्यम से सीधा सांगरिया स्थित कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) तक पहुंचेगा व पानी ट्रीट होगा। साथ ही, इससे जगह-जगह ओवरफ्लो हो रहे पानी की संभावना भी खत्म हो जाएगा। इससे प्रदूषण की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी।जोधपुर की करीब 400 ( जिसमें टेक्सटाइव व स्टील री-रोलिंग शामिल) इकाइयां जोधपुर पॉल्यूशन कंट्रोल एण्ड रिसर्च फाउंडेशन से जुड़ी है।
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वर्तमान पाइपलाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त
औद्योगिक क्षेत्रों में टेक्सटाइल इकाइयों से निस्तारित पानी के लिए रीको की करीब 32 किलोमीटर लम्बी वर्तमान पाइपलाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा, पाइपलाइन में इकाइयों से निकलने वाले पानी के साथ स्लज के जमा होने से पाइपलाइन से पानी का सही प्रवाह नहीं हो रहा व पूरा पानी सीईटीपी तक पहुंच पा रहा है, और पानी औद्योगिक क्षेत्र में जगह-जगह खुले में बह रहा है।
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फेक्ट फाइल
– 310 टेक्सटाइल इकाइयों का पानी सांगरिया स्थित सीईटीपी से उपचारित किया जा रहा।
– 90 स्टील री-रोलिंग इकाइयों का पानी भी किया जा रहा उपचारित।
– 20 एमएलडी क्षमता वाला है सांगरिया औद्योगिक क्षेत्र िस्थत सीईटीपी ।
– 18.5 एमएलडी टेक्सटाइल इकाइयों का अपशिष्ट पानी प्लांट पर हो रहा उपचारित।
– 1.5 एमएलडी स्टील इकाइयों का अपशिष्ट पानी भी हो रहा उपचारित ।
– 20-25 लाख मीटर कपड़े की डाइंग-प्रिंटिंग प्रतिदिन हो रही है।
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प्रस्ताव प्रशासनिक स्वीकृति के लिए रीको मुख्यालय भेजा गया है। वहां से निर्णय के बाद ही आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
अनूपकुमार सक्सेना, वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक
रीको जोधपुर
Source: Jodhpur