जोधपुर।
सनातन संस्कृति का परचम आज दुनिया मे लहरा रहा है । विदेशो में रहने वाले लोग भी सनातन धर्म अपना कर जीवन की दिनचर्या को शामिल कर रहे हैं । ऐसा ही नजारा शनिवार शाम देखने को मिला शहर के एक रेस्टोरेंट में, जहां फ्रांस से आए कपल एरिक व गाब्रिएल ने अग्नि को साक्षी मान सात फेरे लिए, पं राजेश दवे ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जीवन के हर सुख दुख में साथ निभाने की कसम दिलाई। पं दवे ने उन्हें मंगलसूत्र, मांग भरन, हथलेवा, मामा सेवरा कन्यादान जैसी सभी रीति रिवाज से अवगत कराया और उनका महत्व भी बताया ।
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घोड़ी पर सवार होकर आए एरिक
दुल्हा बने फ्रांस के एरिक घोड़ी पर सवार होकर राजशाही अचकन पहन, सिर पर साफा और उस पर मोड़ कलँगी तुरा लगा दुल्हन के द्वार आकर तोरण मारा । रेस्टोरेंट संचालक उदयसिंह चौहान ने बताया कि दुल्हन बनी गाब्रिएल ने लाल सुर्ख रंग की बरी पहन सोलह श्रृंगार कर हिन्दू रीति रिवाजों के साथ मण्डप में बैठ कर फेरे लिए ।
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यहां से संस्कृति से लगाव
टूर गाइड भुजपाल सिंह ने बताया कि एरिक अपनी पत्नी के साथ लम्बे समय से भारत व राजस्थान आ रहे हैं उनको यहां की कला संस्कृति और अपणायत से गहरा लगाव है ।
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राजपूती पोशाकें पहनी महिलाओं ने गाए मंगलगीत
दूल्हे एरिक के तोरण द्वार पर आते ही गाइड व आयोजक मण्डल की परिवार सदस्य महिलाओं ने मंगलगीत गाकर दूल्हे के स्वागत में मारवाड़ की परम्परागत गालियां गाई। साथ ही फेरो के समय भी गीत गाए गए। जिसे देख दुल्हन के फ्रांस से आए परिवार ने एन्जॉय किया ।
Source: Jodhpur